छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े नक्सली कमांडर हिड़मा (hidma dead) जो झीरम घाटी नरसंहार (2013) का मुख्य आरोपी और दक्षिण बस्तर में माओवादियों की सैन्य शाखा का सर्वोच्च नेता माना जाता है, आंध्र प्रदेश की सीमा पर आंध्र पुलिस की स्पेशल फोर्स ग्रेहाउंड्स के साथ चल रही भिड़ंत में घिर गया है। ताजा खबरों के अनुसार इस मुठभेड़ में अब तक 6 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं।
मुठभेड़ में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिले अल्लूरी सीतारामा राजू के मरेडुमिली जंगल क्षेत्र में सुरक्षाकर्मियों के साथ हुई मुठभेड़ वांछित नक्सली कमांडर माडवी हिड़मा मारा गया। उसके साथ उसकी पत्नी राजे और चार अन्य नक्सली भी ढेर हो गए। बस्तर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। हिड़मा के सिर पर कुल मिलाकर 1 करोड़ रुपये का इनाम था।
सुकमा जिले से सटी आंध्र प्रदेश सीमा पर ग्रेहाउंड्स के जवान अभी भी सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। हिड़मा पर छत्तीसगढ़, आंध्र और तेलंगाना सरकारों ने मिलकर कई करोड़ रुपए का इनाम रखा था। पिछले एक साल में कई बड़े एनकाउंटरों में वह बाल-बाल बचता रहा था।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पुरवत्ती गांव में 1981 में जन्मे हिड़मा ने 10वीं तक पढ़ाई की थी। वह माओवादी संगठन CPI (Maoist) की सशस्त्र शाखा PLGA की सबसे खतरनाक इकाई बटालियन नंबर-1 का कमांडर था।
दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमिटी का सक्रिय सदस्य और CPI (Maoist) की सेंट्रल कमिटी का सबसे कम उम्र का सदस्य था। बस्तर क्षेत्र से सेंट्रल कमिटी में शामिल होने वाला वह इकलौता आदिवासी नेता था। उसे उपनामों संतोष और देवा के नाम से भी जाना जाता था।

हिड़मा, जो कम से कम 26 घातक हमलों के लिए ज़िम्मेदार था, जिनमें 2013 दरभा घाटी नरसंहार और 2017 सुकमा हमले शामिल हैं, लंबे समय से सुरक्षा बलों की निगरानी में था।
मुख्य तथ्य:
• जन्म: 1981, पूवर्ति, सुकमा (छत्तीसगढ़)
• पद: पीएलजीए बटालियन नंबर 1 का प्रमुख — माओवादियों की सबसे घातक हमलावर इकाई।
• वह CPI (माओवादी) की सेंट्रल कमेटी का सबसे युवा सदस्य था।
• वह बस्तर क्षेत्र से सेंट्रल कमेटी में शामिल होने वाला एकमात्र आदिवासी था।
• उसके सिर पर 50 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
• हिड़मा के साथ उसकी दूसरी पत्नी राजे (राजक्का) भी मारी गई।
• असली नाम: संतोष
मुख्य हमले जिनमें वह शामिल था:
• 2010 दंतेवाड़ा हमला: 76 सीआरपीएफ जवान शहीद
• 2013 झीरम घाटी नरसंहार: 27 लोग मारे गए, जिनमें शीर्ष कांग्रेसी नेता शामिल
• 2021 सुकमा-बीजापुर मुठभेड़: 22 सुरक्षा कर्मी शहीद

