मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बुढाना इलाके में स्थित DAV डिग्री पीजी कॉलेज में शनिवार को उस वक्त अफरा तफरी मच गई, जब बीए सेकेंड ईयर के छात्र उज्जवल राणा ने कैंपस के अंदर खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली।
बुरी तरह जल चुके छात्र को उसके साथियों ने बड़ी मुश्किल से बचाया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने शुरुआती इलाज किया लेकिन हालत गंभीर देखकर मेरठ भेज दिया। खबर फैलते ही सैकड़ों छात्र कॉलेज के मुख्य द्वार पर इकट्ठा हो गए और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी।
सूत्रों के मुताबिक बीए तीसरे सेमेस्टर में पढ़ रहा उज्जवल राणा फीस जमा करने के लिए लगातार हो रहे दबाव और कॉलेज प्रशासन की परेशानियों से इतना परेशान हो गया था कि उसने यह भयानक कदम उठा लिया। कुल 7 हजार रुपये फीस थी जिसमें से उसने सिर्फ 1,750 रुपये ही जमा किए थे। बाकी के 5,250 रुपये के लिए उसे बार बार तंग किया जा रहा था।
घटना के बाद पूरे कॉलेज में भारी तनाव पैदा हो गया। बड़ी तादाद में छात्र गेट के बाहर धरने पर बैठ गए और निष्पक्ष जांच की मांग करने लगे। शोर शराबे की खबर मिलते ही पुलिस और स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रों को शांत करने की कोशिश की।
दूसरी तरफ प्राचार्य प्रदीप कुमार ने छात्र के सारे इल्जामों को सिरे से नकार दिया। उनका कहना था कि फीस लेने की पूरी प्रक्रिया नियमों के मुताबिक चलती है और किसी छात्र के साथ कोई बदसलूकी नहीं की जाती।
दरअसल आत्मदाह की घटना से ठीक एक दिन पहले उज्जवल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला था जिसमें उसने प्राचार्य प्रदीप कुमार और कुछ टीचर्स पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे।
वीडियो में उसने बताया था कि पहले प्राचार्य ने खुद उसकी पिटाई की फिर पुलिस बुलाकर दबाव बनाने की कोशिश की। उसने यह भी कहा कि जब वह अपनी शिकायत एसडीएम ऑफिस में देने जा रहा था तो रास्ते में एक टीचर ने उसका पत्र छीन लिया और वापस प्राचार्य को सौंप दिया।
इस पूरे मामले पर सीओ बुढाना गजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि छात्र ने फीस के झगड़े की वजह से अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। उसे मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया है। जांच में जो भी लोग उसे आत्महत्या के लिए उकसाने वाले पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।

