नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव में प्रथम चरण का चुनाव प्रचार अगले कुछ घंटे में खत्म होने जा रहा है। इस बीच एक के बाद एक आ रहे ओपिनियन पोल ने राजनैतिक दलों की नींद उड़ा दी है। कई सर्वे बतौर सीएम तेजस्वी को जनता की पहली पसंद बता रहे हैं लेकिन ज्यादातर सर्वे रिपोर्ट्स में एनडीए को जीतता दिखाया जा रहा है।
नितीश कुमार की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी का दावा किया जा रहा तो किसी में एनडीए की सरकार को बहुमत मिलता दिखाया गया है। यकीनन नीतीश कुमार के खिलाफ 20 साल का एंटी इंकमबेंसी है लेकिन विपक्ष इसको कितना भुना पाया है कहना कठिन है।
पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू 115 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन सिर्फ 43 पर ही जीत मिली थी। वहीं बीजेपी 110 सीटों पर लड़ी और 74 पर जीती। एनडीए के दूसरे घटक दलों में जीतनराम मांझी की पार्टी ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, जिसमें से 4 सीटों पर जीत हुई थी।
क्या कहती है अलग-अलग सर्वे रिपोर्ट?
JVC सर्वे के मुताबिक जेडीयू को इस बार पिछले बार की तुलना में फायदा हो सकता है। इस सर्वे एजेंसी ने नीतीश की पार्टी को 52-58 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं बीजेपी को 66-77 और एनडीए के सहयोगी दल को 13-15 सीट मिलने का दावा किया गया है. इस सर्वे की माने तो बिहार में एनडीए की सरकार 131-150 सीट लाकर सरकार बना सकती है।
JVC सर्वे के अनुसार महागठबंधन को 81-103 सीटें मिल सकती है. इसमें आरजेडी को 57-71, कांग्रेस को 11-14 सीटें और उनके बाकी सहयोगी को 13-18 सीटें मिल सकती है। इसमें प्रशांति किशोर की जन सुराज पार्टी को 4-6 सीटें, AIMIM, बीएसपी और अन्य को 5-6 सीटें मिल सकती है।
दैनिक भास्कर के प्रथम चरण के जनमत सर्वेक्षण के अनुसार, एनडीए को 121 में से 76-78 सीटें (भाजपा 41-42, जेडी(यू) 35, एलजेपी 1) मिलने का अनुमान है। अखबार के मुताबिक एमजीबी गठबंधन को 40-42 सीटें मिलने का अनुमान है, जिसमें आरजेडी को 32-33, कांग्रेस को 2 और सीपीआई (एमएल) को 4 सीटें मिलेंगी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए पोल ट्रैकर का भी प्री-पोल सर्वे आ गया है। पोल ट्रैकर इंडिया गठबंधन को विजयी बना रहा है। ट्रैकर एनडीए को 111-115, इंडिया को 118-127, जनसुराज 04-07 और अन्य 06 सीटें जीतेंगे।
लोकपोल सर्वे में महागठबंधन को बहुमत मिलने का दावा किया गया है। इसमें एनडीए को 105-114 और महागठबंधन को 118-126 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया है। इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 38-41 फीसदी, महागठबंधन को 39-42 फीसदी और अन्य को 12-16 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
Ascendia ने बिहार चुनाव के लिए राज्य के 18 जिलों और 9 प्रशासनिक इकाइयों से इनपुट जुटाया है. इसमें पुर्णिया क्षेत्र के चार जिलों (कटिहार, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया) की 24 सीटों में से 12 पर एनडीए, 7 पर महागठबंधन और 5 पर अन्य उम्मीदवारों की जीत हो सकती हैं. मगध क्षेत्र की 26 सीटों पर अनुसूचित जाति 31 फीसदी और 10 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं। यहां बीजेपी को 6 और महागठबंध को 20 सीटें मिल सकती है।
Ascendia सर्वे के मुताबिक भोजपुर के 22 सीटों में से एनडीए को 2, महागठबंधन को 19 और अन्य के खाते में 1 सीट जा सकती है। अन्य उम्मीदवारों में जन सुराज यहां सबसे ज्यादा मजबूत है। सारण की 24 सीटों में से एनडीए को 9 और महागठबंधन को 15 सीटें मिल सकती है।
एक सर्वे चाणक्य स्ट्रेटजी में भी किया है। इन्होंने इंडिया गठबंधन को 102 से 108 और एनडीए को 128 से 134 सीटें दी हैं।
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