सरगुजा। छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना के 25 साल पूरे होने के मौके पर जश्न मना रहा है। राजधानी रायपुर सहित हर जिले राज्योत्सव के कार्यक्रम हो रहे हैं। इस बीच सरगुजा में एक रक्तदाता युवक ने राज्योत्सव में सम्मानित होने के बाद प्रशस्ति पत्र जिला प्रशासन को वापस कर दिया यह कहते हुए कि सम्मान करते वक्त मंत्री राम विचार नेताम की भाषा व्यंग्यात्मक थी, जो कि बुरी लगी।
दरअसल अंबिकापुर के कला केंद्र मैदान में 2 नवंबर को राज्योत्सव के कार्यक्रम में कृषि मंत्री राम विचार नेताम शामिल हुए थे। इसी दौरान जिले के उन लोगों का सम्मान किया जा रहा था, जो समाजसेवा के लिए जाने जाते हैं। इसी में एक समाजसेवी ऋषि अग्रवाल जो 49 बार रक्तदान कर चुके हैं, उन्होंने आज कलेक्ट्रेट पहुंच कर प्रशस्ति पत्र वापस कर दिया।

ऋषि अग्रवाल ने द लेंस को बताया कि प्रशस्ति पत्र देते समय मंत्री राम विचार नेताम ने पूछा कि “आपने क्या किया है?” मैंने बताया कि महोदय 49 बार रक्तदान किया है। इस पर उन्होंने कहा कि “अभी भी तुम्हारा खून बहुत फड़फड़ा रहा है”।
ऋषि अग्रवाल ने बताया कि यही बात उन्हें बुरी लग गई, चूंकि उस समय वह मंच पर थे इसलिए उन्होंने वहां कुछ नहीं बोला। लेकिन वापस घर आकर पत्नी, रिश्तेदारों और दोस्तों को बताया तो सबने सलाह दी कि यह सम्मान नहीं अपमान है।

ऋषि अग्रवाल का कहना है कि व्यंग्यात्मक रूप से वे मेरी हंसी उड़ा रहे थे, इस घटना के कारण उन्हें रात भर नींद नहीं आई। ऋषि ने बताया कि अभी वह 49 बार रक्तदान कर चुके हैं, वह कम से कम 100 बार रक्तदान के लक्ष्य को पूरा करना चाहते हैं। ऋषि ने बताया कि उन्होंने आज कलेक्टरेट जा कर प्रशस्ति पत्र वापस कर दिया है।
इस बारे में द लेंस ने मंत्री राम विचार नेताम से बात कर इस घटना की जानकारी देकर उनका पक्ष जाना तो उन्होंने बताया कि ऋषि अग्रवाल का अपमान करने जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने मंच पर उनकी तारीफ ही की है।

