नई दिल्ली। हरियाणा के आईपीएस अफसर वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस में आज चंडीगढ़ के गुरु रविदास गुरुद्वारे में महापंचायत हुई जिसमें हरियाणा सरकार को राज्य के डीजीपी को हटाने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया।
आईपीएस वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस में परिवार और अनुसूचित समाज ने 31 मेंबर्स की कमेटी बनाई है जिसने आज दोपहर 2 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 20 स्थित गुरुद्वारे में महापंचायत बुलाई थी।
कार्यक्रम स्थल के आसपास भारी पुलिस बल तैनात रहा महापंचायत में सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देने का फैसला लिया गया। कहा गया, ‘अगर डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर को 48 घंटे में नहीं हटाया तो बड़ा फैसला लेंगे। 48 घंटे बाद हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन के करीब 5 लाख वाल्मीकि समाज के कर्मचारी सरकारी काम छोड़ देंगे।’
छठे दिन भी वाई पूरन कुमार का पोस्टमार्टम नहीं हो सका, क्योंकि परिवार ने अपनी मांगें पूरी होने तक सहमति देने से इनकार कर दिया है।
रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया के साथ शत्रुजीत सिंह कपूर के खिलाफ भी आईएएस अमनीत पी कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत देते हुए आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।
वहीं इस बीच हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर अशीम कुमार घोष भी वाई पूरन कुमार के परिवार से मिलने के लिए पहुंचे और 22 मिनट तक आईएएस अमनीत पी कुमार के साथ चर्चा की और घटना पर शोक जताया।