नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के दौरे पर आए तालिबान शासन के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी को लेकर संभल सांसद जिया उर रहमान बर्क (Zia ur Rahman Barq) ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने योगी सरकार पर दोहरे मापदंड का आरोप लगाया।
गुरुवार को छह दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे मुत्तकी चार साल पहले तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की सत्ता पर नियंत्रण हासिल करने के बाद भारत आने वाले पहले वरिष्ठ तालिबान मंत्री हैं। भारत ने अभी तक तालिबान को मान्यता नहीं दी है।
अगस्त 2021 में, संभल से तत्कालीन लोकसभा सांसद शफीकुर रहमान बर्क पर उनके बयानों के बाद राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का बचाव किया था और इसे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बराबर बताया था।
भाजपा नेता राजेश सिंघल की शिकायत के बाद उन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (देशद्रोह) के तहत आरोप लगाया गया था। तत्कालीन सांसद पर धारा 153ए (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और धारा 295ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना है) के तहत भी मामला दर्ज किया गया था।
बर्क के अलावा, दो अन्य – मोहम्मद मुकीम और चौधरी फैजान पर भी इन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। उस समय पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए, बर्क ने कहा था कि तालिबान अपने देश को आजाद कराना चाहता है और यह अफगानिस्तान का आंतरिक मामला है। बर्क की टिप्पणियों की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीखी आलोचना की थी।
राज्य विधान परिषद में, मुख्यमंत्री ने तब कहा था, ‘वह (बर्क) बेशर्मी से तालिबान का समर्थन कर रहे थे। इसका मतलब है उनके बर्बर कृत्य का समर्थन करना। हम एक संसदीय लोकतंत्र हैं। हम कहां जा रहे हैं? हम ऐसे लोगों का समर्थन कर रहे हैं जो मानवता पर कलंक हैं।
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