रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 86 किलो चांदी की लूट की सच्चाई सामने आई तो पुलिस ने भी सिर पीट लिया। जांच में सामने आया कि यह पूरी कहानी झूठी थी। व्यापारी ने सट्टेबाजी और जुए में भारी नुकसान होने के बाद कर्ज से बचने के लिए यह नाटक रचा।
सबसे पहले समझिए हुआ क्या था। पुलिस को सूचना मिली थी कि आगरा के कारोबारी राहुल गोयल के फ्लैट से 86 किलो चांदी के आभूषण नकाबपोश लुटेरों ने चुरा लिए। राहुल ने दावा किया कि रात में किसी के दरवाजा खटखटाने पर उसने सोचा कि कोई जानकार होगा।
जैसे ही उसने दरवाजा खोला, दो लोग अंदर घुस आए, हथियार दिखाकर उसे बांध दिया और बेहोश कर चांदी लेकर फरार हो गए। सुबह होश आने पर उसने देखा कि आभूषण और सीसीटीवी का डीवीआर गायब था।
यह घटना रायपुर के भीड़भाड़ वाले सदर बाजार स्थित राजधानी पैलेस के एक फ्लैट में हुई थी। राहुल ने पुलिस को बताया कि लुटेरों ने करीब पौने दो करोड़ की चांदी लूट ली। लेकिन जब पुलिस ने गहन जांच शुरू की, तो कोई ठोस सबूत नहीं मिला। न तो पड़ोसियों ने कोई संदिग्ध गतिविधि देखी, न ही आसपास के कैमरों में कोई लुटेरा दिखा।
सख्त पूछताछ में सामने आया सच
सख्त पूछताछ में राहुल टूट गया और उसने सुबह 5 बजे सच उगल दिया। उसने बताया कि उसने चांदी बेचकर पैसा खर्च कर दिया था, क्योंकि कुछ ही दिनों में हिसाब देना था और उसके पास 86 किलो चांदी का स्टॉक नहीं था।
राहुल, जो मूल रूप से अलीगढ़ (यूपी) का रहने वाला है, रायपुर में शिवा ट्रेडर्स के नाम से कारोबार करता है। वह आगरा से चांदी लाकर स्थानीय बाजार में बेचता था और कमीशन कमाता था। दीपावली के लिए उसने 200 किलो चांदी मंगवाई थी, जिसमें से 100 किलो वापस भेज दी गई और कुछ बिक गई। बची 86 किलो चांदी का हिसाब छिपाने के लिए उसने लूट की झूठी कहानी बनाई।
पुलिस की जांच में पता चला कि राहुल ने सट्टे और जुए में लाखों रुपये गंवाए थे। इस नुकसान को छिपाने और कर्ज चुकाने से बचने के लिए उसने यह झूठ रचा। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन की जांच में भी लूट की कोई पुष्टि नहीं हुई।
अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि राहुल ने चांदी किसे बेची, कितना भुगतान लिया और कितना बकाया है। आगरा का वह कारोबारी, जिसकी चांदी थी, रायपुर पहुंच चुका है। अगर वह अमानत में खयानत की शिकायत दर्ज कराता है, तो चांदी खरीदने वाले अन्य कारोबारी भी पुलिस के रडार पर आ सकते हैं।
फिलहाल, पुलिस ने कोई औपचारिक केस दर्ज नहीं किया है, लेकिन कारोबारी समुदाय में इस मामले को लेकर हड़कंप मचा है।