रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नगर निगम में कांग्रेस पार्षद दल के बीच चल रहे विवाद को लेकर सभापति ने आज कांग्रेस पार्षदों को बुलाया है। 4 बजे यह बैठक होने वाली है। कांग्रेस के पांच पार्षदों ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और इसकी जानकारी नगर निगम को दे दी थी। पार्षदों के बीच चल रहे विवाद को खत्म करने सभापति सूर्यकांत राठौर ने पांचों पार्षदों को बुलाया है।
नगर निगम में आज एमआईसी (मेयर इन काउंसिल) की बैठक है।
दरअसल, नगर निगम के चुनाव में 70 सीटों में कांग्रेस के सिर्फ 7 पार्षदों ने जीत दर्ज की थी। वहीं, कांग्रेस से ही पहले पार्षद रह चुके आकाश तिवारी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के ही पूर्व पार्षद और प्रत्याशी कामरान अंसारी को हराया था। निर्दलीय उम्मीदवारी करने के बाद आकाश तिवारी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन कुछ महीनों बाद आकाश को कांग्रेस में वापस ले लिया गया।
पार्टी में वापसी होने से पहले शहर कांग्रेस कमेटी ने संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष बनाया था। संदीप साहू को नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष का कमरा भी अलॉट कर दिया गया था। बाद में जब आकाश तिवारी की पार्टी में वापसी हो गई तो कांग्रेस ने आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा कर दी। लेकिन, कमरा अभी तक संदीप साहू के नाम से ही अलॉट है।
इस घोषणा से नाराज राजेश साहू और साथी 4 पार्षदों ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा दे वालों में पार्षद संदीप साहू, उपनेता प्रतिपक्ष जयश्री नायक, रोनिता प्रकाश जगत, दीप मनीराम साहू और रेणु जयंत साहू थीं। संदीप साहू ने तब पीसीसी पर तानाशाही का आरोप लगाया था। सिर्फ दो पार्षद शेख मुशीर और अर्जुमन ढेबर ने ही इस्तीफा नहीं दिया था।
बाद में पार्षदों ने इस्तीफा वापस ले लिया था, लेकिन नगर निगम में आधिकारिक तौर पर अब भी राजेश साहू नेता प्रतिपक्ष हैं।
कांग्रेस के महज 8 पार्षदों में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चल रही खीच तान के बीच सभापति सूर्यकांत राठौर ने इस्तीफा देने वाले 5 पार्षदों को बुलाया है।
यह भी पढ़ें : नेता प्रतिपक्ष पर संगठन के फैसले से नाराज रायपुर में कांग्रेस के 8 में से 5 पार्षदों ने छोड़ी पार्टी