रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यसचिव अमिताभ जैन का तीन महीने का एक्सटेंशन खत्म होने को आया। 30 सितंबर तक का एक्सटेंशन है। ऐसे में अब रेस में चल रहे नामों में एक नए नाम ने सभी की उम्मीदों को गहरा झटका दिया है। 1994 बैच के आईएएस विकास शील (Vikas Sheel) का नाम अचानक रेस में आना, चार सीनियर अफसरों के लिए झटका माना जा रहा है।
विकासशील अब तक फिलीपींस की राजधानी मनाला में एशियाई विकास बैंक में अब तक बतौर कार्यकारी निदेशक के तौर पर पदस्थ रहे विकास शील को अब रिलीव कर दिया गया है। वे आज भारत पहुंच भी गए हैं। 2018 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में रहे विकास शील की इस तरह से वापस बुलाने को लेकर चर्चा तेज हो गई है। इतना ही नहीं खबर है कि उनकी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति भी खत्म की जा रही है।
इसके अलावा उनकी पत्नी निधि छिब्बर भी नीति आयोग में विकास निगरानी और मूल्यांकन कार्यालय (DMEO) महानिदेशक का पद छोड़ छत्तीसगढ़ लौट रहीं हैं।
इसका मतलब साफ है कि मुख्यसचिव की रेस में विकास शील का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।
उनसे सीनियर में 1991 बैच की रेणु पिल्लै, 1992 बैच के सुब्रत साहू, 1993 बैच के अमित अग्रवाल के नाम की चर्चा थी। इसके अलावा 1994 बैच के हिसाब से सिनयारिटी की बात करें तो ऋचा शर्मा, विकास शील की पत्नी निधि छिब्बर भी उनसे सीनियर हैं। ऐसे में अगर विकास शील को मुख्यसचिव बनाया जाता है, तो 5 सीनियर अफसरों को सुपरसीड कर उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी।
विकास शील की एंट्री से पहले सीनियर होने के नाते रेणु पिल्लै का नाम चर्चा में था। इसके अलावा सुब्रत साहू और मनोज पिंगुआ के नामों को लेकर भी जोर आजमाइश हो रही थी। लेकिन, मुख्यसचिव के कार्यकाल खत्म होने से 15 दिन पहले विकास शील का नाम सामने आने से प्रशासनिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।