नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के आगर मालवा ज़िले में अधिकारियों ने लगभग 5 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग जब्त करने के बाद एक भाजपा नेता को पकड़ने के प्रयास तेज़ कर दिए हैं। भाजपा की तनोड़िया मंडल इकाई के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल अंजना को ड्रग मामले में नाम आने के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उनकी तलाश के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं। खास बात यह है कि राहुल अंजना एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव का नजदीकी है। द लेंस के पास राहुल और मोहन यादव की साथ में दोस्ताना व्यवहार वाली कई तस्वीरें मौजूद हैं।
शुक्रवार को पुलिस ने आगर मालवा में दो वाहनों से बड़ी मात्रा में ड्रग्स और केमिकल बरामद किए। ज़ब्त की गई सामग्री में 4.62 करोड़ रुपये मूल्य का 9.2 किलोग्राम केटामाइन, 12.1 किलोग्राम अमोनियम क्लोराइड, 25 लाख रुपये मूल्य का 35 लीटर आइसोप्रोपिल अल्कोहल और 6 ग्राम मेफेड्रोन शामिल था।

इन पदार्थों की कुल कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये थी। एक कार चला रहा राहुल भागने में कामयाब रहा, जबकि दो अन्य, ईश्वर मालवीय और दौलत सिंह अंजना, पकड़े गए।
पुलिस ने अपनी कार्रवाई के दौरान वैक्यूम ओवन, मैग्नेटिक स्टिरर और कांच के बर्तन जैसे प्रयोगशाला उपकरण भी ज़ब्त किए हैं। इसके अलावा, ग्राम पंचायत की एक मुहर और चार मोबाइल फ़ोन भी ज़ब्त किए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि केटामाइन से 72 किलो एमडी प्राप्त हो सकता है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कीमत 350 करोड़ रुपये है।
इस मामले में राहुल की संलिप्तता के कारण उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया। आगर मालवा के भाजपा ज़िला अध्यक्ष ओम मालवीय ने कहा, “राहुल ने जो कुछ भी किया है वह बेहद आपत्तिजनक है। पार्टी ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगी और नशे के धंधे में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहती है।” राहुल की माँ थड़ोदा गाँव की सरपंच हैं, लेकिन वह उनकी ओर से ग्राम पंचायत के सभी काम संभालते थे।

गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया और उन्हें सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अधीक्षक विनोद सिंह ने बताया कि तीन टीमें राहुल की सक्रिय रूप से तलाश कर रही हैं, लेकिन जाँच प्रभावित न हो, इसके लिए उन्होंने और जानकारी देने से परहेज किया।
राहुल के घर से मिले दस्तावेज़ों से पता चलता है कि वह ट्यूबवेल बोरिंग उद्योग में कमीशन एजेंट के तौर पर काम करता था। इस मामले में शामिल तीनों लोगों पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगर शहर के पुलिस अधीक्षक मोतीलाल कुशवाहा के नेतृत्व में पुलिस टीमें राहुल की तलाश जारी रखे हुए हैं।