लेंस डेस्क। सूर्यकुमार की कप्तानी में भारतीय टीम एशिया कप में पाकिस्तान को चुनौती देने उतरेगी। मुकाबला आज दुबई में होगा और जहां भारत को मजबूत दावेदार माना जा रहा है।

आश्चर्यजनक रूप से सीमा पर हाल के तनावों के बीच इस भिड़ंत को लेकर कोई खास रोमांच नहीं दिख रहा, जबकि देशभर में इसकी निंदा और बहिष्कार की आवाजें तेज हो रही हैं। फिर भी दोनों पक्षों के प्रशंसकों ने तैयारी में कोई कसर न छोड़ी है।
दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम का मैदान धुरंधर गेंदबाजों का स्वर्ग कहलाता है जहां स्पिनरों का जलवा छाया रहता है। ये धुरंधर बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं जबकि तेज गेंदबाजों को भी यहां भरपूर मदद मिलती है।
एशिया कप के अब तक के आयोजनों में तेज गेंदबाजों को हमेशा साथ मिला है। वहीं बल्लेबाज भी यदि एक बार लय पकड़ लें तो खुलकर स्कोर कर सकते हैं।
मैच के विरोध में आवाज़
यह याद रखना जरूरी है कि 2013 के बाद से दोनों देशों के बीच कोई सीधी श्रृंखला नहीं हुई है और ये सिर्फ आईसीसी या एसीसी जैसे दो से अधिक टीमों वाले मैचों में ही भिड़ती हैं लेकिन जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद खासकर पाकिस्तान के साथ किसी भी खेल न करने की मांग उठती रही है।
जैसे ही एशिया कप 2025 का शेड्यूल सामने आया तो भारत भर में रोष की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर लोग बीसीसीआई को जमकर कोस रहे हैं। सबको यकीन था कि बोर्ड पाकिस्तान के प्रति कड़ा रवैया अपनाएगा।
उन्हें भरोसा था कि भारत बहुपक्षीय टूर्नामेंट्स में भी पाक के साथ भिड़ने से मना कर देगा। मगर केंद्र सरकार ने एक दिशानिर्देश जारी किया था। उसके मुताबिक भारतीय दल बहुपक्षीय प्रतियोगिताओं में पाकिस्तान के विरुद्ध मैदान पर उतर सकता है।