रायपुर। छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से जुड़ा एक बड़ा घोटाला सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में 36 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है जिसमें कॉलेज के अधिकारी और कुछ डॉक्टर शामिल हैं। आरोप है कि कॉलेज को मान्यता दिलाने के लिए रिश्वत देकर नियमों की अनदेखी की गई। सीबीआई ने बेंगलुरु में 55 लाख रुपये की रिश्वत के लेनदेन के दौरान कई लोगों को पकड़ा।जांच में पता चला कि रावतपुरा कॉलेज के अधिकारी, निरीक्षण करने वाले डॉक्टरों को रिश्वत देकर फर्जी रिपोर्ट बनवा रहे थे ताकि कॉलेज को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) से मान्यता मिल जाए। RAWATPURA MEDICAL COLLEGE
सीबीआई ने जमानत याचिका खारिज की
सीबीआई ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में छापेमारी कर छह लोगों को गिरफ्तार किया जिनमें कॉलेज के डायरेक्टर अतुल कुमार तिवारी और तीन डॉक्टर शामिल हैं। 27 जुलाई 2025 को रायपुर की विशेष अदालत ने इनकी जमानत याचिका ठुकरा दी। इस घोटाले ने रावतपुरा सरकार समूह और इसके चेयरमैन रविशंकर महाराज के संस्थानों पर सवाल उठाए हैं। सीबीआई का कहना है कि यह घोटाला सिर्फ एक कॉलेज तक सीमित नहीं है, बल्कि मेडिकल शिक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का हिस्सा हो सकता है। जांच में रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (RERA) के पूर्व चेयरमैन संजय शुक्ला का नाम भी सामने आया है। सीबीआई ने 1 जुलाई 2025 से इस मामले की जांच शुरू की थी और अब तक कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। गिरफ्तार लोगों से पूछताछ जारी है और जांच एजेंसी अन्य संदिग्ध संस्थानों पर भी नजर रख रही है।