पटना। पटना के पारस एचएमआरआई अस्पताल में पैरोल पर रिहा गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में छह संदिग्ध आरोपियों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बेटा इन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है जिनके नाम का खुलासा अभी नहीं किया है।
पुलिस मुख्यालय के एडीजी कुंदन कृष्णन ने बताया कि इस हत्याकांड को शेरू सिंह के सहयोगियों ने अंजाम दिया। शेरू सिंह इस समय पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद है।पकड़े गए संदिग्धों से पश्चिम बंगाल में पूछताछ चल रही है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें पटना लाया जाएगा।
पुलिस को कुछ अन्य संदिग्धों के ठिकानों का भी पता चला है, जहां छापेमारी की जा रही है। इस मामले में सबसे पहले तौसीफ रजा उर्फ बादशाह का नाम उजागर हुआ था।बक्सर पुलिस ने मोनू सिंह को भी इस हत्याकांड से जोड़ा। इसके अलावा बलवंत, नीलेश, सूर्यभान, अभिषेक और निशु जैसे दस अन्य संदिग्धों के नाम सामने आए हैं।
वहीं, गुरुवार को अस्पताल में हुई इस सनसनीखेज हत्या के बाद चंदन मिश्रा का शव देर रात उसके गांव पहुंचाया गया। जिला मुख्यालय में अंतिम संस्कार की योजना थी, लेकिन यह संभव नहीं हो सका। इसके चलते स्थानीय प्रशासन के खिलाफ लोगों ने नाराजगी जताई।
परिजनों ने शव को औद्योगिक थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव ले जाया। शुक्रवार सुबह चंदन के पार्थिव शरीर को ब्यास के डेरा गांव के पास गंगा नदी में विसर्जित कर दिया गया। चिता को चंदन के पिता मंटू मिश्रा ने मुखाग्नि दी, लेकिन शव का अंतिम संस्कार नहीं हुआ।