रायपुर। आम आदमी पार्टी ने स्कूलों के युक्तियुक्तकरण के खिलाफ आज प्रदेश में धरना प्रदर्शन किया। सभी जिलों में जिला शिक्षा अधिकारी और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के दफ्तर के सामने यह धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान ‘मधुशाला नहीं पाठशाला’ के नारे भी लगाए गए।
बिलासपुर में धरना प्रदर्शन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार शिक्षा नीति के मोर्चे पर विफल रही है। युक्तियुक्तकरण के नाम पर हजारों स्कूलों को बंद कर देने के बाद कई स्कूल शिक्षक विहीन हो गए हैं। 63 हजार शिक्षकों के पदों को भरने में सरकार नाकाम रही है। और उसी नाकामी को छिपाने 10 हजार स्कूल बंद कर दिए गए। ताकि छत्तीसगढ़ के युवाओं को नौकरी नहीं देना पड़े। युवाओं और छात्रों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आम आदमी पार्टी विरोध जताती है।
प्रदेश संगठन महामंत्री जसबीर सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने युक्तियुक्तकरण के तहत स्कूलों को आपस में मिलाया है। शिक्षकों का ट्रांसफर किया गया और कई छोटे स्कूलों को बंद किया गया। इसके नतीजे कई जगहों पर नकारात्मक साबित हुए हैं। युक्तियुक्तकरण के तहत जब दो स्कूलों को मिलाया गया, तो कई छात्रों को अब 3-5 किमी दूर स्कूल जाना पड़ रहा है। इससे खासकर बालिकाओं की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ा है। एक ओर शिक्षकों का ट्रांसफर किया गया, वहीं कई स्कूल ऐसे रह गए जहां विषय विशेषज्ञ शिक्षक ही नहीं हैं।
पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने कहा कि सरकार के इस नीति के खिलाफ बलौदाबाजार के नगर पंचायत के एक स्कूल के छात्र-छात्राएं 50 किलोमीटर दूर कलेक्ट्रेट जाकर विरोध प्रदर्शन कर सरकार को अपने बर्बाद होते भविष्य पर चेतावनी तक दे डाली है।
आम आदमी पार्टी ने राज्य सरकार से मांग की है कि इस युक्तियुक्तकरण को सरकार तुरंत रद्द करे। यदि निर्धारित समय सीमा में शिक्षा में सुधार नहीं होता है तो पूरे छत्तीसगढ़ में प्रभावित जनता के साथ मिलकर इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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