द लेंस डेस्क। नीदरलैंड के द हेग में आयोजित नाटो शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दोहराया है कि उनकी वजह से ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ। इस बार उन्होंने कहा है, “मैंने मोदी से कहा कि अगर आप युद्ध खत्म नहीं करेंगे तो हम व्यापारिक समझौता नहीं करेंगे और मोदी जी युद्ध खत्म करने को तैयार हो गए।“
डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ट्रंप ने कहा, “सबसे महत्वपूर्ण बात, भारत और पाकिस्तान… मैंने व्यापार पर कई फोन कॉल्स के जरिए इसे खत्म किया। मैंने कहा कि अगर आप दोनों आपस में लड़ेंगे, तो हम कोई व्यापारिक समझौता नहीं करेंगे। पिछले हफ्ते पाकिस्तान के जनरल मेरे दफ्तर में थे। प्रधानमंत्री मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं। वह एक शानदार इंसान और महान व्यक्ति हैं। मैंने उन्हें समझाया और कहा कि अगर आप लड़ेंगे, तो हम व्यापारिक समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, नहीं, हम व्यापारिक समझौता करना चाहते हैं। हमने परमाणु युद्ध को रोका।”
ईरान-इजरायल संघर्ष की तुलना बच्चों की लड़ाई से
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हाल के विवादास्पद बयान पर सफाई दी। वाशिंगटन से रवाना होने से पहले उन्होंने ईरान और इजरायल के लिए आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग किया था। अब उन्होंने ईरान-इजरायल संघर्ष की तुलना स्कूल में झगड़ने वाले बच्चों से की। ट्रंप ने कहा कि कभी-कभी कठोर शब्दों का प्रयोग जरूरी हो जाता है।
उन्होंने कहा, “इजरायल और ईरान अब आपस में नहीं लड़ेंगे क्योंकि वे पहले ही काफी लड़ चुके हैं। वे बिल्कुल वैसे ही झगड़ते हैं जैसे स्कूल में बच्चे आपस में लड़ते हैं। उन्हें शांत करना आसान नहीं होता। थोड़ी देर लड़ने के बाद उन्हें रोकना ज्यादा आसान हो जाता है।” इस पर नाटो महासचिव मार्क रुटे हंस पड़े और बोले, “लड़ाई के बाद पिता को डांट लगानी पड़ती है।”
ट्रंप ने 24 जून 2025 को ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम के उल्लंघन पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा था, “इन दोनों को शांत होना चाहिए, यह हास्यास्पद है। न तो मुझे इजरायल का हमला पसंद आया और न ही ईरान की जवाबी कार्रवाई।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने जैसे ही युद्धविराम का समझौता किया, इजरायल ने अब तक का सबसे बड़ा हमला कर दिया। यह मुझे बिल्कुल पसंद नहीं। मैं ईरान से भी नाराज हूं। उन्हें 12 घंटे दिए गए थे, लेकिन उन्होंने एक घंटे में ही सब खत्म कर दिया।”