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Iran-Israel शुक्रवार सुबह ईरान के 4 परमाणु ठिकानों और 2 सैन्य ठिकानों पर हमले के 18 घंटे के भीतर इजरायल ने दोबारा ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। इसके साथ ही इजरायल ने ईरान में एक बार फिर एयरस्ट्राइक शुरू कर दी है। इजरायली फाइटर जेट्स ने राजधानी तेहरान में शुक्रवार देर रात दोबारा परमाणु ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
इसके जवाब में ईरान ने 100 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल की ओर दागी हैं। इनमें से 6 मिसाइलें तेल अवीव में गिरी हैं, जिसके प्रभावितों का पता नहीं चल सका। हालांकि इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव होने की वजह से बहुत ज्यादा प्रभावित होने की संभावना नहीं है।
इंटरनेशनल न्यूक्लियर एनर्जी एजेंसी (IAEA) की तरफ से कहा गया है कि ईरान के नतांज पर इजराइली हमले से न्यूक्लियर ठिकाने पर रेडियोलॉजिकल केमिकल प्रदूषण हुआ है। इस प्रदूषण को कंट्रोल करने की कोशिश हो रही है।
दूसरी तरफ यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में आपात बैठक हो रेही है। इंग्लैंड की तरफ से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। वहीं, दूसरी तरफ अमेरिकी मीडिया की तरफ से दावा किया गया है कि ईरानी मिसाइलों को मार गिराने में अमेरिकी सेना इजराइल की मदद कर रही है।
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शुक्रवार सुबह हुए इजरायली हमले में अब तक 78 लोगों के मारे जाने की खबर है। इसमें ईरान के करीब 20 सैन्य कमांडरों के अलावा 6 परमाणु वैज्ञानिक भी मारे गए हैं। वहीं करीब 4 सौ लोग घायल हैं।
इससे पहले शुक्रवार सुबह हमले के बाद ईरान ने दोपहर को इजरायल पर ड्रोन हमले किए थे। इस हमले के बाद इजराइली सेना यानी कि IDF ने दावा किया कि उन्होंने सभी ड्रोन मार गिराए। इजरायल ने दावा किया है कि ईरान की तरफ से भेजे गए ड्रोन्स को इजरायल के एयरक्रॉफ्ट्स ने मार गिराया है।
इससे पहले शुक्रवार सुबह इजरायल की तरफ से दावा किया गया था कि उसने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। ईरानी राजधानी में जोरदार विस्फोटों की आवाज गूंजी, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ईरान के 6 ठिकानों पर हमले किए गए जिसमें 4 परमाणु ठिकाने थे। सबसे बड़ी बात कि ईरान के IRGC चीफ, कई सैन्य अफसरों और 6 परमाणु वैज्ञानिक मारे गए।
शुक्रवार सुबह इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद इस हमले की पुष्टि की थी। यह हमला ईरान के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव के बीच हुआ है। हमले का फौरन बाद इजरायल ने अपने देश में इमरजेंसी लागू कर दी है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं। जरूरी दफ्तरों को छोड़कर सभी दफ्तर बंद रहेंगे।
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ईरान पर ड्रोन बेस बनाकर इजरायल ने किया था हमला
इजरायल पर शुक्रवार सुबह हमले ईरान के मिसाइल लॉन्चरों को तबाह करने के बाद किए गए। इजरायली अफसर ने दावा किया था कि ईरान के अंदर एक ड्रोन बेस बनाकर यह हमला किया गया है। इजरायल ने ईरान में ही एक ड्रोन बेस बनाया था और वहां हथियारों और सैनिकों को पहुंचाया था। इसकी भनक भी ईरानी एजेंसी को नहीं लगने दी गई है। इजरायली सेना (IDF) ने खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट्स की मदद से इस काम को अंजाम दिया। 24 घंटे से भी कम समय में इसे अंजाम दिया गया। रात में ही ड्रोन तैयार किए गए और ईरान से इजरायल पर चलाए जाने वाले मिसाइल लॉन्चरों को निशाना बनाकर हमला किया। जिसके बाद इजरायल के फाइटर जेट्स ने 6 ठिकानों पर हमला किया।