द लेंस डेस्क। ईरानी अखबार तेहरान टाइम्स (Tehran Times) ने अपनी वेबसाइट पर शुक्रवार को ईरान की राजधानी तेहरान सहित कई शहरों में हुए हवाई हमलों को नीचे दिए गए दस सवालों के जरिये समझाने की कोशिश की है। हम इसे तेहरान टाइम्स से साभार इसे यहां दे रहे हैः
पश्चिम एशिया में शुक्रवार को इस्राइल ने ईरान के कई शहरों में भीषण हवाई हमला किया है, जिससे तनाव बढ़ गया है। इस हमले में अनेक लोगों की मौत हुई है, जिनमें परमाणु वैज्ञानिक, सैन्य कमांडर और नागरिक शामिल हैं। तेहरान ने जवाबी हमले का ऐलान किया है और दुनिया की नजर है कि आगे क्या होगा। इस घटना से संबंधित दस महत्त्वपूर्ण सवालों के यहां जवाब दिए जा रहे हैः
- इस हमले में आवासीय इलाकों और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाया गया?
हां। रिपोर्ट्स और तस्वीरें इस बात की पुष्टि कर रही हैं कि कम से कम तेहरान में कई अपार्टमेंट कॉम्पलेक्स और गैर सैन्य इमारतों को निशाना बनाया गया।
2. क्या इस हमले में नागरिक भी मारे गए हैं या घायल हुए हैं?
हां। दर्जनों नागरिक या तो मारे गए हैं या घायल हुए हैं। हालांकि आधिकारिक संख्या अभी जारी नहीं की गई है।
3. क्या इस हमले ईरानी परमाणु वैज्ञानिक भी मारे गए हैं?
सूत्रों के मुताबिक कम से कम छह परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं, जिनमें अब्दुलहामिद मिनोचेहर, अहमद्रेजा जोल्फाघारी, सैयद अमीरहुसैन फेकही, मोत्लबिजादेह, मोहम्मद मेहदी तेहरान्ची और फेरेयदोन अब्बासी शामिल हैं।
4. क्या अमेरिका को इस हमले के बारे में पहले से जानकारी थी?
हां। ट्रम्प के खुद के बयानों से पता चलता है कि अमेरिका पहले से वाकिफ था।
5. क्या इस्राइली हमले में अमेरिका शामिल था या उसने इसमें मदद की?
अमेरिका ने आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है कि उसने इस्राइल को सहयोग किया है, लेकिन उसकी संलग्नता के संकेत मौजूद हैं- जैसे हमले से 24 घंटे पहले अमेरिका के रिफ्यूलिंग टैंकर्स ईरान के नजदीक काम कर रहे थे। इसके अलावा अनाधिकृत रिपोर्ट्स बता रही हैं कि अमेरिका इस्राइल को मदद कर रहा है।
6. इस हमले में ईरान के कौन से सैन्य नेता मारे गए (तेहरान टाइम्स ने उन्हें शहीद लिखा है) हो गए?
अभी तक ईरान ने मेजर जनरल मोहम्मद बाघरेई (ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ) मेजर जनरल हुसैन सलामी (आईआरजीसी कमांडर) और मेजर जनरल घोलमाली राशिद (खतम अल-अनबिया हेडक्वार्टर कमांडर) की मौत की पुष्टि की है।
7. क्या ईरान इस्राइल से बदला लेगा?
जवाबी कार्रवाई के सारे संकेत हैं। इस्लामिक क्रांति के नेता आयातुल्ला सैयद अली खामेनेई ने चेतावनी दी हैः यहूदी सत्ता को कड़ी सजा की उम्मीद करनी चाहिए। ईरान के ताकतवर सशस्त्र बल, ईश्वर की इच्छा से, उन्हें बिना सजा के नहीं छोड़ेंगे। इस हमले में हमारे कई कमांडरों और वैज्ञानिकों को शहादत मिली, लेकिन उनके उत्तराधिकारी उनके मिशन को आगे बढ़ाएंगे। इस अपराध को अंजाम देकर, यहूदी शासन ने अपनी नियित खुद लिख दी है—और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
8. यह हमला ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता पर क्या प्रभाव डालेगा?
हमले के तुरंत बाद, ट्रम्प ने ईरान से बातचीत फिर शुरू करने का आग्रह किया। ईरान ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन इन हमलों से आगामी छठे दौर की वार्ता पटरी से उतरने की संभावना है, और संभवतः यह अनिश्चितकाल के लिए टल सकती है।
9. इस्राइल ने हमले में किन हथियारों का उपयोग किया?
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस्राइल ने मुख्य रूप से F-35 स्टील्थ जेट्स से मिसाइलें दागीं। यह भी असत्यापित दावे हैं कि सटीक हमलों के लिए ड्रोन के झुंडों का इस्तेमाल किया गया हो।
10. ईरान के किन हिस्सों को निशाना बनाया गया?
पुष्टि किए गए हमलों में तेहरान, तबरेज, इस्फहान, हमादान, अहवाज, खोरमाबाद, केरमानशाह, और कस्र-ए-शिरीन शामिल हैं।