कोलकाता पुलिस ने पुणे की 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट और इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर Sharmistha Panoli को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। उन पर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बॉलीवुड सितारों की चुप्पी पर एक विवादित वीडियो पोस्ट करने का आरोप है जिसमें कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले बयान थे।

क्या है मामला?
शर्मिष्ठा ने 14 मई 2025 को इंस्टाग्राम पर एक वीडियो डाला जिसमें उन्होंने बॉलीवुड हस्तियों की ऑपरेशन सिंदूर पर चुप्पी की आलोचना की। यह वीडियो वायरल हो गया और कई यूजर्स ने इसे धार्मिक भावनाओं के खिलाफ बताया। इसके बाद उन्हें धमकियां मिलीं। शर्मिष्ठा ने वीडियो हटाकर 15 मई को माफी मांगी लेकिन कोलकाता के गार्डन रीच थाने में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज हो चुकी थी।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने शर्मिष्ठा और उनके परिवार को नोटिस भेजने की कोशिश की लेकिन जवाब न मिलने पर कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया। शुक्रवार रात कोलकाता पुलिस ने उन्हें गुरुग्राम से हिरासत में लिया और शनिवार को कोलकाता के अलीपुर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने उनका फोन और लैपटॉप जब्त कर लिया है ताकि और सबूतों की जांच की जा सके।

विवाद और समर्थन
शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी। कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रहे हैं तो कुछ ने उनके बयानों को आपत्तिजनक माना। बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने इसे तृणमूल कांग्रेस की “तुष्टिकरण की राजनीति” करार दिया। वहीं अभिनेत्री कंगना रनौत ने शर्मिष्ठा का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी माफी को स्वीकार कर रिहा करना चाहिए।
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को शुरू हुआ भारत का एक सैन्य अभियान था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस अभियान में भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए।
शर्मिष्ठा के वकील ने जमानत के लिए अर्जी दी लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। यह मामला अभिव्यक्ति की आजादी, सोशल मीडिया की जिम्मेदारी और धार्मिक संवेदनशीलता पर बहस को तेज कर रहा है। सोशल मीडिया पर #ReleaseSharmishta और #ArrestSharmishta जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।