
द लेंस डेस्क। (Donald Trump on ceasefire) भारत-पाकिस्तान सेनाओं के बीच सीज फायर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को एक बार फिर उन्होंने दावा किया है कि दोनों देशों के बीच हाल के तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बुधवार को व्हाइट हाउस में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा, “मैंने व्यापारिक रणनीति के जरिए भारत-पाकिस्तान विवाद को हल किया। अमेरिका दोनों देशों के साथ बड़े व्यापारिक समझौते कर रहा है।”
ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खतरनाक स्तर पर पहुंच गया था और इसे खत्म करने के लिए कदम उठाना जरूरी था। उन्होंने दोनों देशों के नेताओं की तारीफ करते हुए कहा, “पाकिस्तान में कुछ शानदार और महान नेता हैं और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे दोस्त हैं।” इस पर रामफोसा ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “मोदी हमारे भी दोस्त हैं,” जिसके जवाब में ट्रंप ने मोदी को “महान शख्स” बताया।
ट्रंप ने पहले कब क्या कहा
इससे पहले ट्रंप ने 10 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर की जानकारी सबसे पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी थी। इसके बाद से वह बार-बार दावा करते रहे हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने में योगदान दिया। 10 मई को उन्होंने कहा था, “भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर का समझदारी भरा फैसला लिया है, जिसके लिए मैं दोनों को बधाई देता हूं।”
11 मई को ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर बात करते हुए कहा, “मैं दोनों देशों के साथ मिलकर देखूंगा कि क्या कश्मीर समस्या का कोई हल निकाला जा सकता है।” 12 मई को उन्होंने दावा किया कि उनकी मदद से एक “भीषण परमाणु युद्ध” टल गया, क्योंकि दोनों देशों के पास परमाणु हथियारों का जखीरा है। 13 मई को उन्होंने कहा कि सीजफायर के लिए उन्होंने “बिजनेस का इस्तेमाल” किया, क्योंकि उनका सपना “शांति और एकता” स्थापित करना है।
हालांकि, 15 मई को ट्रंप ने अपने बयान में थोड़ा बदलाव करते हुए कहा, “मैंने मध्यस्थता नहीं की, लेकिन मैंने निश्चित रूप से मदद की।” इसके बाद 16 मई को उन्होंने फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच “परमाणु युद्ध” को रोकने के लिए व्यापारिक प्रस्ताव रखा था।
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