बलरामपुर। झारखंड बॉर्डर से लगे छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में रेत माफियाओं ने एक आरक्षक की हत्या कर दी। माफियाओं ने आरक्षक को ट्रैक्टर से कुचल कर मारा है। इस हत्या के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है। मृतक आरक्षकों के परिजनों ने हत्या के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सनावल थाने में हत्या की एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं, मामले में लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लिबरा गांव में कनहर नदी से अवैध रेत खनन की शिकायतें मिली थीं। इन्हीं शिकायतों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस की टीम पहुंची थी। पुलिस ने खनन रोकने की कोशिश की तो ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर लेकर भागने लगा। इस बीच आरक्षक शिव बचन सिंह (43) ने ट्रैक्टर रोकने की कोशिश की। ट्रैक्टर चालक ने गाड़ी नहीं रोकी और आरक्षक को कुचलते हुए आगे चला गया। हादसे में आरक्षक के सीने में चोटें आई। आरक्षक को रामानुजगंज अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं, ट्रैक्टर चालक फरार हो गया, जिसकी तलाश चल रही है।
घटना की सूचना पर सनावल टीआई दिव्य कांत पांडेय मौके पर पहुंचे। टीआई दिव्य कांत पांडे ने बताया कि लिबरा में वन विभाग की टीम रेत के अवैध उत्खनन पर कार्रवाई कर रही थी। ट्रैक्टर को रोकने के दौरान यह हादसा हुआ। ट्रैक्टर चालक ने गाड़ी न रोककर आरक्षक के ऊपर चढ़ाते हुए निकल गया।
झारखंड के तस्करों का कारनामा पुलिस के मुताबिक इस इलाके में झारखंड के रेत माफिया बड़े पैमाने पर रेत खनन करते हैं। कई बार कार्रवाई की गई है, लेकिन खनन नहीं रुका। लिबरा और कुसफर के ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया है। शनिवार शाम को पुलिस ने ग्रामीणों के विरोध के बाद कार्रवाई की और रेत खनन कर रहे तीन ट्रैक्टरों को जब्त किया था। शनिवार की कार्रवाई के बाद रविवार रात को रेत माफियाओं ने खनन के लिए गाड़ियां लगाई थीं, जिस पर वन विभाग की सूचना पर पुलिस की टीम कार्रवाई करने पहुंची।