रायपुर। शराब घोटाले की जांच के तहत राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर को नोटिस भेजी थी। ईओडब्ल्यू को एजाज ढेबर से इस संबंध में पूछताछ करनी थी, लेकिन नगरीय निकाय चुनाव का हवाला देते हुए ढेबर ने मतदान के बाद आने के संबंध में ब्यूरो में लिखित जवाब दिया था। अब जब वोटिंग हो चुकी है तो उसके अगले ही दिन एजाज ढेबर ईओडब्ल्यू मुख्यालय पहुंच गए हैं। एजाज ढेबर के साथ उनके वकील अमीन खान भी हैंं। उन्होंने पूछताछ के लिए हामी भरी, जिसके बाद पूछताछ शुरू हो गई है। दूसरी तरफ शराब घोटाले के जेल में बंद एक अन्य आरोपी पूर्व आबकारी आयुक्त एपी त्रिपाठी को सुप्रीम कोर्ट से ईडी के केस में जमानत मिल गई है, लेकिन उन्हें जेल में ही रहना होगा, क्योंकि अभी तक उन्हें ईओडब्ल्यू के केस में जमानत नहीं मिली है।
एजाज ढेबर ने एक दिन पहले कहा था कि चुनाव में डराने धमकाने के लिए उन्हें नोटिस दिया गया था। उनसे पहले भी पूछताछ की गई थी, घर में दबिश दी गई थी। चुनाव को प्रभावित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उन्होंने सरकार पर दबाव डालने का आरोप लगाया था। बता दें कि दो साल पहले जब इस केस में ईडी ने जांच शुरू की थी, तो एजाज से भी पूछताछ की गई थी।
शराब घोटाले में पूर्व महापौर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर को एजेंसियों ने घोटाले का मास्टरमाइंड बताया है। अनवर इस केस में लंबे समय से न्यायिक रिमांड में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। वहीं, इस मामले में ईओडब्ल्यू और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक ब्यूरो को जांच के दौरान नए तथ्य मिले हैं। इसके बाद पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है। पूर्व महापौर को नोटिस जारी होने के बाद यह चर्चा हो रही है कि पूछताछ शुरू होने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।