[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कफ सीरप तस्करी के आरोपी बाहर, अमिताभ ठाकुर सलाखों में
ऑपरेशन सिंदूर के दाग भूल भारत ने की चीनियों की आवाजाही आसान
AIIMS रायपुर को सिंगापुर में मिला ‘सर्वश्रेष्ठ पोस्टर अवॉर्ड’
डीएसपी पर शादी का झांसा देकर ठगी का आरोप लगाने वाले कारोबारी के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट
11,718 करोड़ की लागत से होगी डिजिटल जनगणना, 1 मार्च 2027 को आधी रात से होगी शुरुआत
तेलंगाना पंचायत चुनाव: कांग्रेस समर्थित उम्‍मीदवारों की भारी जीत, जानें BRS और BJP का क्‍या है हाल?
MNREGA हुई अब ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोजगार योजना’, जानिए कैबिनेट ने किए और क्‍या बदलाव ?
उत्तर भारत में ठंड का कहर, बर्फबारी और शीतलहर जारी, दिल्ली में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
इंडिगो क्राइसिस के बाद DGCA ने लिया एक्शन, अपने ही चार इंस्पेक्टर्स को किया बर्खास्त,जानिये क्या थी वजह
ट्रैवल कारोबारी ने इंडिगो की मनमानी की धज्जियां उधेड़ी
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
साहित्य-कला-संस्कृति

इतिहास के पन्नों से (6 मार्च) : महात्मा गांधी और रवींद्रनाथ टैगोर की मुलाकात

The Lens Desk
The Lens Desk
Published: March 6, 2025 4:01 PM
Last updated: April 18, 2025 10:30 PM
Share
SHARE

आज है 6 मार्च। आज ही के दिन साल 1915 में पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित शांति निकेतन में महात्मा गांधी और रवींद्रनाथ टैगोर की पहली मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात गांधी जी के दक्षिण अफ्रीका से लौटने के कुछ ही महीनों बाद हुई थी। इस मुलाकात के सूत्रधार थे ब्रिटिश समाज सुधारक सी. एफ. एंड्रयूज।

इसी दौरान गांधी जी ने शांति निकेतन के कामकाज में दिलचस्पी दिखाई और कुछ बदलावों का सुझाव टैगोर को दिया था। बातचीत के दौरान ही गांधी जी ने टैगोर को “गुरुदेव” कहकर संबोधित किया था और टैगोर ने गांधी जी को “महात्मा” कहा था। गांधी जी को महात्मा कहने की शुरुआत इतिहास की एक अभूतपूर्व परिघटना थी।

TAGGED:6 march 1915Mahatma GandhiRabindranath Tagoretoday in history
Previous Article स्‍टालिन सरकार में मंत्री सेंथिल बालाजी पर ईडी का एक्‍शन, 10 ठिकानों पर छापेमारी, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई
Next Article भगवा रंग में रंगी मध्य प्रदेश कांग्रेस
Lens poster

Popular Posts

अमेरिका के बाद रूस ने किया भारत से डबल क्रॉस, पाकिस्तान को RD-93 MA की सप्लाई

नई दिल्ली। बीजिंग में हुई मोदी और पुतिन की चर्चित मुलाकात के बावजूद रूस ने…

By आवेश तिवारी

फरहान अख्तर स्टारर ‘120 बहादुर’ का जोश छाया लखनऊ पर, ‘दादा किशन की जय’ सॉन्ग लॉन्च पर उमड़ा जनसैलाब

120 Bahadur: लखनऊ से फिल्म के प्रमोशन की शुरुआत एक बड़े लॉन्च इवेंट के साथ…

By पूनम ऋतु सेन

छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र 14 जुलाई से, 5 बैठकें होंगी

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र अगले महीने की 14 जुलाई  से शुरू होगा। मानसून सत्र 18 जुलाई…

By Lens News

You Might Also Like

साहित्य-कला-संस्कृति

हिंदी दिवस पर ‘हिंदी की बदलती दुनिया’ पर संगोष्ठी कल

By पूनम ऋतु सेन
JSM National Conference
साहित्य-कला-संस्कृति

रांची में हुआ जन संस्कृति मंच का 17वां राष्ट्रीय सम्मेलन, फासीवाद के खिलाफ एकता और सृजन का संकल्प

By पूनम ऋतु सेन
Vinod Kumar Shukla
साहित्य-कला-संस्कृति

विनोद कुमार शुक्ल को अब लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड

By Lens News Network
दुनियासाहित्य-कला-संस्कृति

हंगरी के डेविड स्ज़ालय के उपन्यास ‘फ्लेश’ को मिला 2025 का बुकर पुरस्कार

By पूनम ऋतु सेन

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?