लेंस डेस्क। Mob lynching in Bihar: बिहार के नवादा जिले में रोह पुलिस स्टेशन क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। गांवों में घूम-घूमकर कपड़े बेचने वाले एक व्यापारी को कुछ युवकों ने क्रूरता से हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया। पीड़ित ने रहम की गुहार लगाई, चीखता-चिल्लाता रहा लेकिन हमलावरों पर कोई असर नहीं हुआ।
मृतक की पहचान नालंदा जिले के लेहरी थाना इलाके के गगनडीह मोहल्ले के रहने वाले मोहम्मद अतहर हुसैन (लगभग 35-40 साल) के तौर पर हुई है। अतहर पिछले दो दशकों से नवादा और निकटवर्ती क्षेत्रों में फेरी लगाकर कपड़े बेचते थे। घटना 5 दिसंबर की है। अतहर डुमरी गांव से काम निपटाकर लौट रहे थे कि भट्टा गांव के नजदीक 6-7 नशे में चूर युवकों ने उन्हें रोक लिया। पहले तो मारपीट शुरू हुई, फिर यह क्रूरता चरम पर पहुंच गई।
हमलावरों ने न सिर्फ उनका माल लूट लिया, बल्कि बर्बर तरीके से पिटाई की। परिवारवालों के अनुसार आरोपियों ने गर्म लोहे की छड़ से शरीर के विभिन्न हिस्सों को जलाया, उंगलियां और हड्डियां तोड़ दीं। देखते-देखते हमलावरों की तादाद 15-20 तक पहुंच गई और सभी इस अमानवीय कृत्य में शामिल हो गए। घंटों तक अतहर सड़क के किनारे दर्द से कराहते रहे।
बहुत देर बाद पुलिस पहुंची और बुरी तरह जख्मी अतहर को नवादा के सदर अस्पताल में दाखिल कराया। हालत गंभीर देखकर उन्हें बिहारशरीफ अस्पताल भेजा गया, जहां 12 दिसंबर की रात को अतहर हुसैन की मौत हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि गहरी चोटें और आंतरिक क्षति मौत की वजह बनीं। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज की है और चार आरोपियों को पकड़ा है, बाकियों की तलाश जारी है।
लूटे गए 8 हजार रुपये, निजी अंगों में डाला पेट्रोल
मौत से पहले दर्ज बयान में अतहर ने खुलासा किया कि हमलावरों ने उनके सीने पर चढ़कर कूद लगाई, लोहे की रॉड से टांगों पर प्रहार किया जिससे एक पैर टूट गया। कपड़े उतारकर लगातार पीटा गया। उन्होंने बताया कि सभी आरोपी शराब के नशे में थे। रास्ता रोककर नाम पूछा, पैसे छीन लिए और हाथ-पैर बांधकर एक कमरे में कैद कर दिया। फिर ईंटों, रॉड्स से वार किए, उंगलियां और हाथ तोड़ डाले। क्रूरता यहां नहीं रुकी नाखून खींचे गए, प्लास से कान काटे गए।
अतहर ने आगे बताया कि पैंट उतारकर निजी हिस्सों की जांच की गई और फिर रॉड व पेट्रोल डाल दिया। गर्म लोहे से शरीर को दागा। बाद में और लोग जुड़ गए और 15-20 की संख्या में सभी ने मिलकर पिटाई की। गला घोंटा, सिर फोड़ा। आखिरकार किसी ने पुलिस को खबर दी और रात ढाई बजे के करीब पुलिस ने उन्हें बचाकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के बावजूद वे बच नहीं सके।

