US SHUTDOWN: अमेरिका में लंबे समय से चले आ रहे सरकारी कामकाज के ठहराव को आज आखिरकार विराम मिल गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक अहम फंडिंग विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए जिससे 43 दिनों से जूझ रहे शटडाउन का अंत हो गया। यह अमेरिकी इतिहास का अब तक का सबसे लंबा शटडाउन था जो 1 अक्टूबर से शुरू होकर लाखों कर्मचारियों और नागरिकों की जिंदगी को प्रभावित कर रहा था।
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने इस बिल को 222 वोटों के पक्ष में और 209 के खिलाफ मंजूरी दी थी। सीनेट में यह पहले ही पारित हो चुका था। ट्रंप ने हस्ताक्षर से ठीक पहले कहा, ‘देश आज बेहद मजबूत स्थिति में है। यह एक शानदार दिन है।’ इस विधेयक से सरकार को 31 जनवरी 2026 तक फंडिंग मिलेगी, और संघीय एजेंसियों को 30 जनवरी तक कर्मचारियों की छंटनी से रोक दिया गया है। साथ ही, सभी प्रभावित सरकारी कर्मचारियों को बैक पे भी मिलेगा जिसमें सेना, सीमा सुरक्षा एजेंट और हवाई यातायात नियंत्रक जैसे जरूरी स्टाफ शामिल हैं।
शटडाउन का भयानक असर, लाखों जिंदगियां हुईं प्रभावित
इस बंदी ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था और आम लोगों को गहरा झटका दिया। मीडिया में आयी कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 14 लाख सरकारी कर्मचारी प्रभावित हुए, 6.7 लाख को जबरन छुट्टी पर भेजा गया, जबकि 7.3 लाख लोग बिना तनख्वाह के काम करते रहे। नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एजेंसी ने तो 1,400 कर्मचारियों को ही घर भेज दिया। हवाई अड्डों पर उड़ानें लेट हुईं, यात्री घंटों फंसे रहे। सबसे दर्दनाक था 4.2 करोड़ अमेरिकियों का फूड स्टैंप प्रोग्राम (SNAP) का रुकना कम आय वाले परिवारों के लिए यह जान थी।
कृषि विभाग के पास सिर्फ 5 अरब डॉलर का इमरजेंसी फंड बचा था जबकि नवंबर के लिए 9.2 अरब डॉलर चाहिए थे। कई परिवार कर्ज लेकर गुजारा करने को मजबूर हो गए और फूड बैंक के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं। ट्रंप के पहले कार्यकाल (2017-2021) में 35 दिनों का शटडाउन हुआ था, लेकिन यह नया रिकॉर्ड तोड़ गया। इसका मुख्य कारण स्वास्थ्य देखभाल सब्सिडी पर दोनों पार्टियों का पंगा था, जिसकी वजह से फंडिंग बिल पर 14 बार वोटिंग हो चुकी थी, लेकिन 60 वोटों का बहुमत कभी न बना।
‘लड़ाई अभी बाकी है’
हालांकि शटडाउन खत्म हुआ, लेकिन लोकप्रिय अफॉर्डेबल केयर एक्ट (ACA) की सब्सिडी पर कोई राहत नहीं मिली। ये टैक्स क्रेडिट्स 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो रहे हैं, जो कम और मध्यम आय वाले 22-24 मिलियन अमेरिकियों को सस्ता स्वास्थ्य बीमा दिलाते हैं। एक रिपोर्ट कहती है कि अगर ये खत्म हुए, तो 2026 में औसत मासिक प्रीमियम 888 डॉलर से उछलकर 1,904 डॉलर हो जाएगा यानी दोगुना से ज्यादा। 93% लाभार्थी प्रभावित होंगे और लाखों लोग कवरेज खो देंगे।
डेमोक्रेट्स नाराज हैं। न्यू जर्सी और एरीजोना के हालिया चुनावों में उनकी जीत के बावजूद, हाउस में सब्सिडी विस्तार का कोई वादा नहीं हुआ। पार्टी लीडर्स ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि ‘यह संघर्ष समाप्त नहीं हुआ। हम गरीब और मध्यम वर्ग के लिए इन क्रेडिट्स को तीन साल बढ़ाने के लिए लड़ेंगे।’ उन्होंने रिपब्लिकन्स से स्वास्थ्य नीतियों पर एकजुट होने की अपील की। सीनेट में दिसंबर तक सब्सिडी पर वोट का वादा है लेकिन हाउस में चुप्पी साधी गई।

