[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग को बताया ‘केचुआ’, कहा – पहली बार देखा केचुआ की वजह से किसी की मौत हुई
SIR के खिलाफ ममता की हुंकार- ‘मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करना, तुम हार जाओगे’
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिया कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल की अग्रिम जमानत याचिका और देशभर की FIR क्लबिंग की याचिका की खारिज
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
जशपुर में एक मिशनरी स्कूल की नाबालिग छात्रा ने हॉस्टल में लगाई फांसी, सुसाइड नोट में प्रिंसिपल पर छेड़छाड़ का आरोप
इथियोपिया का 12 हजार साल पुराना ज्वालामुखी फटा, राख का बादल 4300 किमी दूर दिल्ली तक पहुंचा
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
अन्‍य राज्‍य

महिलाओं के खाते में 10 हजार पर खामोश आयोग ने तमिलनाडु में रोक दी थी मुफ्त टीवी और मनीआर्डर योजना

आवेश तिवारी
आवेश तिवारी
Published: November 10, 2025 11:55 AM
Last updated: November 10, 2025 11:55 AM
Share
SHARE

नई दिल्ली।बिहार में महिलाओं के खाते में पैसों के ट्रांसफर (Money Transfer)पर खामोश चुनाव आयोग ने चुनावों के दौरान तमिलनाडु में दो कल्याणकारी योजनाओं पर रोक लगाई थी। बिहार विधानसभा चुनाव से 10 दिन पहले शुरु की गई जीविका दीदियों की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना योजना पर चुप रहने वाले चुनाव आयोग ने पूर्व में तमिलनाडु में दो योजनाओं को रोक दिया। 2004 में एआईएडीएमके सरकार द्वारा किसानों को मनीऑर्डर वितरित करना और 2006 में डीएमके सरकार की मुफ्त रंगीन टीवी योजना चुनाव का हवाला देकर रोक दी गई थी।

तामिलनाडु की डीएमके सरकार ने 15 सितंबर, 2006 को अपनी मुफ्त रंगीन टेलीविजन वितरण योजना शुरू की थी।बिहार में, जहां विधानसभा चुनाव चल रहे हैं, मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की महिला लाभार्थियों को 10,000 रुपये के भुगतान पर भारत के चुनाव आयोग की चुप्पी, तमिलनाडु में इसी तरह की परिस्थितियों में आयोग द्वारा अतीत में अपनाई गईं स्थिति के बिल्कुल विपरीत है।

लगभग महिलाओं को कवर करने के उद्देश्य से, राज्य-वित्त पोषित सहायता योजना 26 सितंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत बिहार की प्रत्येक परिवार की एक महिला सदस्य को नीतीश सरकार ने ₹10000 रोजगार के लिए देने की घोषणा की थी विधानसभा चुनाव के बीच अब तक एक करोड़ 51 लाख महिलाओं को यह राशि मिल चुकी है।

मार्च 2003 में, जयललिता के नेतृत्व वाली तत्कालीन AIADMK सरकार ने किसानों और कमजोर आय वर्ग के लिए मुफ्त बिजली आपूर्ति योजना को वापस लेने का फैसला किया। इसने 9.4 लाख छोटे और सीमांत किसानों के लिए एक नकद सहायता योजना अपनाने का फैसला किया गया तव, जिसके तहत तीन हॉर्सपावर क्षमता वाले पंप सेट चलाने वालों को साल में दो बार ₹500 और 5 हॉर्सपावर या उससे अधिक क्षमता वाले पंप चलाने वालों को साल में दो बार ₹625 दिए जाने थे। इसके अलावा प्रत्येक झोपड़ी में रहने वाले को बिजली के लिए ₹100 प्रति वर्ष दिए जाने का फैसला था। सभी उपभोक्ताओं को बिजली बिल का भुगतान करना अनिवार्य था और उनमें से पात्र लोगों को पैसा डाक मनीऑर्डर के माध्यम से किया जाना था।

इसके बाद, नकद सहायता योजना का विस्तार बाकी किसानों तक भी कर दिया गया और चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले एक आदेश जारी किया गया। 22 मार्च, 2004 को तत्कालीन मुख्य निर्वाचन अधिकारी मृत्युंजय सारंगी ने एक ज़िला कलेक्टर के स्पष्टीकरण के जवाब में एक परिपत्र जारी किया, जिसमें सभी कलेक्टरों को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक मनीऑर्डर का वितरण स्थगित करने की सलाह दी गई थी।

मार्च 2011 की शुरुआत में, चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की समय सारिणी जारी करने के तुरंत बाद, उसने जिला कलेक्टरों को चुनाव समाप्त होने तक मुफ़्त रंगीन टीवी सेटों का वितरण रोकने का निर्देश दिया था। यह तब हुआ जब तत्कालीन डीएमके सरकार की पसंदीदा योजना, रंगीन टीवी योजना, सितंबर 2006 से लागू थी। आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले, लगभग 1.62 करोड़ सेट वितरित किए जा चुके थे और लगभग 9 लाख सेट और दिए जाने थे।

TAGGED:Latest_NewsMoney Transfer
Previous Article प्रदूषण के ख़िलाफ दिल्ली की जनता सड़कों पर उतरी, इंडिया गेट के सामने प्रदर्शन, पुलिस ने किया गिरफ्तार
Next Article Kashmir Police Faridabad Raid डॉक्टर बनकर छिपा था आतंकी साजिश का मास्टरमाइंड, फरीदाबाद में 360 किलो विस्फोटक और हथियार बरामद
Lens poster

Popular Posts

भाजपा की जीत, कांग्रेस की दुर्गति

दस नगर निगमों सहित छत्तीसगढ़ के अधिकांश नगर निकायों में कब्जा कर भारतीय जनता पार्टी…

By The Lens Desk

अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरते ही एयर इंडिया का विमान क्रैश, पूर्व सीएम रुपाणी सहित 241 की मौत, AAIB ने शुरू की जांच

लेंस न्यूज। अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान क्रैश हो गया है। अहमदाबाद से लंदन…

By Lens News Network

आईफोन 16 इ होगा मेड इन इंडिया

टेकडेस्क| आईफोन 16 ई ने आखिरकार एंट्री मार दी है, ऐपल फैंस का इंतजार अब…

By The Lens Desk

You Might Also Like

Congress press conference on Operation Sindoor
देश

कांग्रेस का बड़ा हमला – सिंदूर की सौदेबाजी पर सरकार चुप क्‍यों ?

By Lens News Network
Andhra Pradesh firecracker factory Fire
देश

पटाखा फैक्‍ट्री में आग, छह मजदूरों की मौत

By अरुण पांडेय
trade agreement between india and America
देश

सीजफायर के बाद भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते के आसार, विशेषज्ञों ने कहा ब्लैकमेलिंग

By आवेश तिवारी
दुनिया

फिलीपींस पर सुपर टाइफून फंग-वोंग का खतरा, देश में आपातकाल

By पूनम ऋतु सेन

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?