[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
संगीता बारूआ बनीं प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की पहली महिला अध्यक्ष
DSP कल्पना वर्मा–दीपक टंडन केस : आरोप लगाने वाले दीपक टंडन के अतीत पर उठे गंभीर सवाल, फर्जीवाड़े से लेकर घोटालों के नेटवर्क तक चर्चा
छत्तीसगढ़ आईपीएस प्रखर पांडेय का हृदयघात से आकस्मिक निधन
बिहार के मंत्री और छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन बनाए गए BJP के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष
नए विधानसभा भवन में कांग्रेस के बहिष्कार से सदन की शुरुआत
किराए की बिल्डिंग के नए हॉस्टल और नवनिर्मित प्रवेश द्वार का उद्घाटन, ये प्रदेश का पहला मामला, मेडिकल छात्रों का संकट बरकरार
सिडनी के बोंडी बीच पर मास शूटिंग, हनुक्का उत्सव के दौरान हमला, 10 की मौत, दो संदिग्ध हिरासत में
बांग्लादेश के लिए दोहरी मार, सूडान में 6 शांतिरक्षकों की मौत, साउथ अफ्रीका में 16 नागरिकों की डिपोर्टेशन की तैयारी
देश में कड़ाके की सर्दी की दस्तक, पहाड़ों पर बर्फबारी, मैदानों में ठिठुरन और दिल्ली में प्रदूषण चरम पर
मैसी के कोलकाता कार्यक्रम में हंगामे के बाद आयोजक सताद्रु दत्ता गिरफ्तार, टिकटों का पूरा पैसा होगा वापिस
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

2022 में दम घोंटती हवा में भारत में 17 लाख लोगों ने तोड़ा दम

आवेश तिवारी
आवेश तिवारी
Published: October 30, 2025 12:18 AM
Last updated: October 31, 2025 2:54 PM
Share
Lancet Countdown Report
SHARE

नई दिल्ली। 2025 की लैंसेट काउंटडाउन रिपोर्ट ने भारत में गंभीर वायु प्रदूषण संकट का खुलासा किया है। दिल्ली में स्मॉग के बढ़ते खतरे के बीच आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में पीएम 2.5 के कारण 17.2 लाख मौतें हुई हैं, यह मौतें 2010 से 38 फीसदी ज्यादा हैं।

खबर में खास
सबसे खतरनाक वायु प्रदूषककोरोना से ज्यादा मौतेंवायु प्रदूषण के आर्थिक परिणाम विनाशकारीचिंताजनक रिपोर्ट सामूहिक जिम्मेदारी

यह घातक प्रभाव मुख्यतः जीवाश्म ईंधन के उपयोग, विशेष रूप से कोयला-चालित संयंत्रों और पेट्रोल-चालित वाहनों से उत्पन्न हुआ है। इसकी आर्थिक लागत लगभग 340 अरब अमेरिकी डॉलर थी, जो भारत के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 9.5 फीसदी है।

गौरतलब है कि हिन्दुस्तान में सार्वजनिक यातायात की खस्ताहाल स्थिति की वजह से पिछले वर्षों में निजी वाहनों की खरीदी बढ़ी है।

मृत्यु के अनुमानों पर कुछ सरकारी विवादों के बावजूद, विशेषज्ञ इस स्थिति को भयावह बताते हैं तथा जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए तत्काल प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लागू करने और टिकाऊ ऊर्जा परिवर्तन की मांग करते हैं।

पीएम 2.5, 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले सूक्ष्म कणों को कहते हैं, जो मानव बाल की चौड़ाई से लगभग 30 गुना छोटे होते हैं। अपने सूक्ष्म आकार के कारण, पीएम 2.5 फेफड़ों में गहराई तक प्रवेश कर सकता है और रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकता है, जिससे गंभीर श्वसन और हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

अल्पकालिक संपर्क से हृदय और फेफड़ों की बीमारियों, अस्थमा के दौरे और श्वसन संबंधी लक्षणों के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है, जबकि दीर्घकालिक संपर्क से अकाल मृत्यु, फेफड़ों के कैंसर, दीर्घकालिक श्वसन रोगों और फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों, बुजुर्गों और पहले से ही स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त लोगों जैसे कमजोर समूहों को इन प्रभावों का सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ता है।

सबसे खतरनाक वायु प्रदूषक

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पीएम 2.5 को विश्व स्तर पर सबसे खतरनाक वायु प्रदूषक बताया है तथा इसके स्रोतों पर नियंत्रण की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया है।

भारत का वायु प्रदूषण संकट मुख्यतः जीवाश्म ईंधन के दहन से उत्पन्न मानवजनित पीएम 2.5 प्रदूषण के कारण है। अकेले कोयला बिजली संयंत्रों के कारण लगभग 3,00,000 मौतें हुईं, जबकि पेट्रोल वाहनों के कारण 2022 में लगभग 2,69,000 मौतें हुईं। पारंपरिक ईंधन से होने वाले घरेलू प्रदूषण के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में मृत्यु दर अधिक है।

कोरोना से ज्यादा मौतें

पीएम 2.5 के संपर्क में आने से होने वाली मौतों की संख्या उस वर्ष के आधिकारिक कोविड-19 से तीन गुना ज़्यादा है, जिससे यह एक बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति बन गई है। रिपोर्ट के निष्कर्ष एक कड़ी चेतावनी देते हैं कि अगर ठोस हस्तक्षेप नहीं किया गया, तो हृदय रोग, फेफड़ों का कैंसर, मधुमेह और मनोभ्रंश जैसी प्रदूषण संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं।

वायु प्रदूषण के आर्थिक परिणाम विनाशकारी

भारत में वायु प्रदूषण के आर्थिक परिणाम विनाशकारी हैं, जिसमें समय से पहले होने वाली मौतों की लागत लगभग 339.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर या 2022 में सकल घरेलू उत्पाद का 9.5 फीसदी है।

स्वास्थ्य प्रभावों के अलावा, प्रदूषण उत्पादकता को कम करता है, स्वास्थ्य देखभाल व्यय बढ़ाता है, और जलवायु परिवर्तन में योगदान देता है, जो बढ़ती गर्मी और पर्यावरणीय गिरावट के माध्यम से स्वास्थ्य परिणामों को खराब करता है।

2024 में कम कार्बन उत्सर्जन वाली स्वच्छ ऊर्जा अपनाने की भारत की तत्परता में गिरावट आई है, जो आगे आने वाली चुनौतियों का संकेत है। प्रदूषण नियंत्रण, जन स्वास्थ्य और जलवायु कार्रवाई से निपटने वाली एकीकृत नीतियाँ इन प्रवृत्तियों को उलटने और असुरक्षित समुदायों की रक्षा के लिए आवश्यक हैं।

चिंताजनक रिपोर्ट सामूहिक जिम्मेदारी

लैंसेट की यह चिंताजनक रिपोर्ट सहानुभूति, जिम्मेदारी और न्याय पर आधारित सामूहिक कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर देती है। प्रदूषण से कमज़ोर तबके को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए नागरिकों, नीति-निर्माताओं और उद्योगों को स्वच्छ ऊर्जा, कड़े उत्सर्जन मानकों और व्यापक जागरूकता के लिए प्रेरित करना होगा।

वायु प्रदूषण केवल एक पर्यावरणीय या आर्थिक मुद्दा नहीं है; यह एक गंभीर स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय संकट है।

यह भी पढ़ें : प्रदूषण से 5 साल घट रही औसत उम्र, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 13 भारत के

TAGGED:Lancet Countdown ReportTop_News
Previous Article Marandi’s comments: anti national to the core
Next Article Hero of Humanity पहलगाम के हीरो नजाकत अली का छत्तीसगढ़ में जोरदार स्वागत, लोगों ने कहा – ‘मानवता का नायक’
Ad Exhibition Lens

Popular Posts

RSS को पार्किंग चाहिए थी,8 सौ साल पुराना मंदिर तोड़ दिया गया!

नई दिल्ली। दिल्ली के झंडेवालान इलाके में एमसीडी की शनिवार को की गई कार्रवाई को…

By आवेश तिवारी

Stock market crash

The nifty sensitive index fell consecutively for the sixth straight session and investors have lost…

By The Lens Desk

CM साय को ज्ञापन देने मैनपाट जा रहे पूर्व मंत्री भगत गिरफ्तार

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है। पुलिस ने प्रदेश…

By Lens News

You Might Also Like

टेक्नोलॉजी-ऑटोमोबाइल्‍स

अब हर टेक कंपनी को माननी होंगी Do No Harm गाइडलाइंस, भारत सरकार का फैसला

By पूनम ऋतु सेन
Assam
देश

मणिपुर के पड़ोसी राज्य असम में मूल निवासियों को दिए जाएंगे हथियार लाइसेंस

By Lens News Network
Rajesh Moonat's PC:
छत्तीसगढ़

कांग्रेस ने हर अच्छी चीज का विरोध किया, बाद में जब वह बन गई तो उसका इस्तेमाल भी किया : मूणत

By Lens News
Nanki Ram Kanwar
छत्तीसगढ़

इस तस्वीर पर छत्तीसगढ़ में बवाल क्यों ?

By दानिश अनवर

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram

kofbola resmi

kofbola resmi

kofbola

link daftar bola

sabung ayam online

kyndrasteinmann.com

judi bola parlay

agen parlay

kofbola

situs toto

sbet11

toto sbet11

www.miniature-painting.net

link kofbola

daftar link kofbola

link kof bola

okohub.com

sbet11

kofbola parlay

situs bola parlay

https://p2k.itbu.ac.id/

https://www.dsultra.com/

https://stimyapim.ac.id/

  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?