रायपुर। रायपुर नगर निगम का बीजेपी महापौर मीनल चौबे गंगाजल से शुद्धिकरण करेंगीं। लेकिन, सवाल यह है कि नगर निगम का पापी कौन है? वहीं कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे स्तरहीन बयान बताया है। गौरतलब है कि 15 सालों के लंबे वनवास के बाद बीजेपी को रायपुर नगरनिगम की सत्ता हासिल हुई है।
रायपुर नगर निगम में नवनिर्वाचित महापौर और बीजेपी का पार्षद दल चुनाव जीतने के बाद कुंभ स्नान कर वापस लौटा है। वापस लौटने के बाद महापौर मीनल चौबे ने रायपुर नगर निगम को गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करने की बात कही है। जिसको लेकर अब सियासी बिसात भी बिछनी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने इस बयानबाजी को स्तरहीन करार दिया है।
नगर निगम का शुद्धिकरण
रायपुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर मीनल चौबे बीजेपी के पार्षद दल के साथ महाकुंभ में स्नान किया। वापस लौटने के बाद उन्होंने नगर निगम को गंगाजल से शुद्ध करने का बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं प्रयागराज गई थी, वहां से गंगाजल लेकर आई हूं और शपथग्रहण से पहले वाईट हाउस यानी रायपुर नगर निगम दफ्तर को इससे पवित्र करूंगी…. गंगाजल से पवित्र करना हमारी आस्था का विषय है….हम अगर गंगाजल लेकर आते हैं तो अपने घर में भी छिड़कते हैं. हमारा जो कर्म क्षेत्र है,वहां भी हम उसका छिड़काव करके काम की शुरुआत करेंगे।
कांग्रेस ने कहा स्तरहीन बयान
वहीं कांग्रेस ने महापौर मीनल चौबे के बयान को स्तरहीन बताया है। कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह बेहद स्तरहीन बयान है , राजनीति में रहने वालों को ऐसी छोटी हरकत नहीं करनी चाहिए,ऐसे स्तरहीन बयान नहीं देने चाहिए,जो लोग पहले चुने गए थे क्या वो चुनाव जीतकर नहीं आए थे?