रायपुर। दीपावली के नाम पर छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के नवागढ़ में जुआरियों का ऐसा सम्मेलन चल रहा था, जिसमें हजार से जुआरी पहुंचे थे… जी हां! आप सही सुन रहे हैं – ये कोई आम जुए का अड्डा नहीं, बल्कि एक पूरा ‘जुआ महोत्सव’ था, जिसमें बेमेतरा, रायपुर और आसपास के जिलों से हजारों जुआरी पहुंचे थे।
पुलिस ने 22 अलग-अलग फड़ पकड़े लेकिन इस जुए के संचालन से भी बड़ी बात ये है कि 236 जुआरियों के मौके से पकड़े जाने के बाद भी पुलिस को 2 लाख रुपए ही नगद मिला है। इसके अलावा 2 सौ से ज्यादा मोबाइल और करीब इतनी ही बाइक जब्त की गई है।
बताया जा रहा है कि दिवाली के मौके पर जुए की यह फड़ विनोद साहु के फार्म हाउस में संचालित हो रही थी। इस फड़ में बेमेतरा, रायपुर समेत कई अन्य जिलो के आदत्तन जुआरी पहुंचे थे।
बेमेतरा में विनोद साहू के फार्म हाउस में तीन दिनों से यह जुए की फड़ चल रही थी। आयोजकों ने बाकायदा टेंट लगाए, फ्लड लाइट्स लगाईं, खाने-पीने का इंतज़ाम किया, और ठंड से बचने के लिए विशेष व्यवस्था तक की।
दो दिन तक जुआ चलने के बाद दुर्ग आईजी रामगोपाल गर्ग को जब यह सूचना मिली तो उन्होंने एसडीओपी कौशल्या साहु के नेतृत्व में एक टीम बनाई। पूरा ऑपरेशन प्लान किया गया और इसे नाम दिया गया ऑपरेशन ‘ओ’। इस ऑपरेशन के तहत फड़ के चारों तरफ दूर से ओ शेप का सर्किल बनाकर अंदर घुसना था ताकि कोई भी जुआरी बाहर निकलकर भाग न सके।
पुलिस को खबर थी कि इस फड़ में बेमेतरा के कई पार्षद सहित आसपास के इलाकों के कई रसूखदार लोग शामिल हैं। खबर तो यह भी थी कि इस फड़ की सूचना नवागढ़ थाना पुलिस को है, लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद आईजी ने साफ निर्देश दिया कि नवागढ़ थाना पुलिस को इस ऑपरेशन की सूचना न मिले और उन्हें इस ऑपरेशन से दूर रखा जाए।
टीम ने रात करीब 3 बजे दबिश दी, तो वहां 236 जुआरी रंगे हाथ पकड़े गए। बेमेतरा के कई पार्षद और रसुखदार पुलिस की आंख में धूल झोंककर फार्म हाउस से फरार होने में कामयाब रहे।
मिली जानकारी के मुताबिक आईजी दुर्ग रेंज से शिकायत के बाद जिले के साजा, बेमेतरा, नांदघाट, बेरला और खमरिया थानों के पुलिस अधिकारियों और जवानों की एक स्पेशल टीम ने दबिश दी।
पुलिस के मुताबिक करीब 236 जुआरियों को गिरफ्तार किया गया है। इस कथित जुआ महोत्सव में जुए की 22 फड़ से जो रकम मिली वह भी चौंकाने वाली रही। इतनी बड़ी फड़ में महज 51 हजार रुपए मिले। यानी हर फड़ से औसत करीब 23 सौ रुपए मिले हैं। वहीं जुआरियों के पास से करीब डेढ़ लाख मिले। कुल मिलाकर करीब 2 लाख रुपए ही मिले। इस कथित जुआ महोत्सव में जो रकम पुलिस ने जब्त किए, उससे इस ऑपरेशन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
क्योंकि अगर स्थानीय रहवासियों की बात पर गौर किया जाए तो पिछले तीन दिन से यह फड़ संचालित हो रही था जिसमें सैकड़ों जुआरी शामिल हुए थे और करोड़ों रूपयों का लेनदेन हुआ है। इस फड़ में ऑनलाइन भुगतान भी किया गया है, जिसका आंकड़ा पता नहीं है।
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