बस्तर। रेड कॉरीडोर में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान (Anti Naxal Operation) के तहत गढ़चिरौली और अबूझमाड़ के बाद अब छत्तीसगढ़ के उदंती एरिया कमेटी ने सशस्त्र माओवादियों से आत्मसमर्पण की अपील की है। कमेटी ने पत्र जारी कर संगठन में सक्रीय माओवादियों से अपील करते आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर की है।
नक्सली नेता सुनील के हवाले से जारी पत्र में उसने साथियों से सशस्त्र आंदोलन बंद कर मुख्यधारा में लौटने की अपील की है।
पत्र में उल्लेख है कि महाराष्ट्र और बस्तर क्षेत्र में कई कमांडरों ने हथियार डाल दिए हैं। और अब परिस्थितियां सशस्त्र आंदोलन के अनुकूल नहीं रहीं। इस पत्र में सशस्त्र क्रांति की विफलताओं की बात है। इसमें सीसी पर सही समय में निर्णय न लेने का आरोप भी है।
संगठन ने अपने साथियों से कहा है कि वे हथियार सौंपकर जनता के बीच रहकर काम करें और जनसंघर्ष को नए रूप में आगे बढ़ाएं।
उदंती एरिया कमेटी के सुनील ने पत्र में लिखा है कि गढ़चिरौली में साेनू दादा और बस्तर में रूपेश दादा ने अपने हथियारों को सरकार को सौंप दिया है।
सुनील ने आगे लिखा, हथियार बुंद संधर्ष को विराम देने के लिए सोनू दादा ने बुकलेट जारी किया है कि आज की परिस्थितियों में सशस्त्र आंदोलन चलना मुश्किल है। परिस्थितियां सशस्त्र आंदाेलन के अनुकूल नहीं हैं।
सोनू दादा के बुकलेट का हवाला देते हुए सुनील ने पत्र के जरिए अपने माओवादी साथियों से कहा कि फोर्स का दबाव ज्यादा बढ़ गया है। जिस तरह से क्रांति को चला सकते थे, उस तरह से क्रांति को नहीं चला पाए। केंद्रीय कमेटी सही समय पर सही निर्णय नहीं ले सकी, यह गलती मानी है।
सोनू दादा के बुकलेट के आधार पर ही सुनील ने साथियों से अपील की, कि सभी कामरेड्स हथियार बंदद को विराम देकर जन आंदोलनों के साथ रहकर जनता की समस्याओं को हल करने का प्रयास करेंगे। इसलिए हमारी उदंती टीम गरियाबंद में सशस्त्र आंदोलन को विराम करने जा रही है।
सुनील ने पत्र में आगे लिखा, आप भी सभी यूनिट के साथी इस सशस्त्र आंदोलन को विराम देने के लिए आगे आएं। अभी हमारे पास मौका है। पहले हमें बचना है, उसके बाद संघर्ष आगे बढ़ा सकते हैं। सभी यूनिट गोबरा, सीनापली, एसडीके, सीतानदी से मेरी अपील है कि आप सोचकर सही फैसला ले। ऐसा न हो कि कहीं देर हो जाए। पहले भी हम अपने कई कामरेडो को खो चुके हैं। इसलिए हमारी यूनिट सोनू दादा और रूपेश दादा के लिए फैसलों का समर्थन करती है। आप भी पूरे दलम सहित और हथियार लेकर आएं।
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