रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के समय के तीन-तीन घोटालों की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अफसरों पर मारपीट का आरोप लगा है। कांग्रेस नेता हेमंत चंद्राकर ने यह मारपीट का आरोप लगाया है। हेमंत चंद्राकर ने सिटी कोतवाली में इसकी शिकायत की है।
हेमंत चंद्राकर ने आरोप लगाया है कि उसे ईडी के अफसर ने पूछताछ के लिए बुलाया था और मारपीट की है। उसे इस तरह मारा गया है कि शरीर में निशान पड़ गए हैं।
ईडी के डिप्टी डायरेक्टर नीरज सिंह पर यह आरोप लगा है। हेमंत चंद्राकर ने कहा है कि डिप्टी डायरेक्टर ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस के पूर्व कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और कांग्रेस के कई नेताओं का नाम लेने के लिए दबाव बनाया। जब मैंने मना कर दिया तो मुझे जमकर पीटा गया।
हेमंत चंद्राकर का रोते हुए एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें वह कह रहा है कि मैंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया है। मैंने तो बिजनेस किया है। मेरे परिवार को जेल में डालने का दबाव दे रहे हैं।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद पूर्व CM भूपेश बघेल ने एक्स में पोस्ट किया और कहा कि कमलछाप बिल्ला लगाकर ईडी के डर से काम करोगे तो प्रदेश की जनता सब दर्ज कर रही है।
भूपेश बघेल ने लिखा, ‘ED की गुंडागर्दी सरकार का संरक्षण… ED अब पूरी तरह से गुंडागर्दी पर उतर आई है। पहले व्यापारियों के यहां रेड कर रही है, फिर उन्हें पूछताछ के लिए बुला रही है। यहां तक तो ठीक है। पूछताछ के दौरान रॉड से उन्हें पीट कर भूपेश बघेल, रामगोपाल अग्रवाल व अन्य लोगों का नाम लेने का दवाब बना रही है।’
पूर्व सीएम ने आगे लिखा, ‘लगभग बेहोशी की हालत में छोड़ने के बाद जब पीड़ित शिकायत दर्ज कराने पुलिस के पास पहुंच रहे हैं तो पुलिस न अपराध दर्ज कर रही है और न ही मेडिकल परीक्षण करवा रही है। कल रात निजी अस्पताल इलाज के लिए तैयार थे, पर रिपोर्ट देने के लिए तैयार नहीं थे।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘कल हेमंत चंद्राकर नाम के एक व्यापारी को ED के एक अधिकारी ने पूछताछ के बहाने बुलाकर बेरहमी से पीटा, मां-बहन की गालियां दी और मुझ सहित कुछ अन्य लोगों का नाम लेने का दबाव बनाया।’
आगे लिखा कि सिटी कोतवाली, रायपुर और छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी समझ लें कि कानून के अनुसार काम न करने वालों के नाम हम याद रखेंगे। कमलछाप बिल्ला लगाकर, ED के डर से काम करोगे तो प्रदेश की जनता सब दर्ज कर रही है।
दरअसल, कांग्रेस नेता हेमंत चंद्राकर को 29 सितंबर को सुबह 10:30 बजे पूछताछ के लिए रायपुर के सुभाष स्टेडियम स्थित ईडी कार्यालय बुलाया गया था। पूछताछ रात 8:30 बजे तक चली। हेमंत ने बताया कि सभी को जाने दिया, लेकिन हेमंत को रोक लिया। प्रताड़ित करने के बाद मुझे अगले दिन फिर से आने को कहा गया।
हेमंत चंद्राकर ने बताया कि ईडी के अफसर जबरन पूर्व CM भूपेश बघेल, विजय भाटिया, रामगोपाल वर्मा, आशीष वर्मा, मंदीप चावला का नाम लेने को बोला गया। चंद्राकर ने पुलिस को शिकायत की है, उसमें लिखा है कि उनके और उनके परिवार को जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है। अधिकारी अवैध तरीके से बयान लेने का प्रयास कर रहे हैं, जो न्यायिक प्रक्रिया के खिलाफ है।
यह भी पढ़ें : क्या ED की चिट्ठी पर EOW ने आला अफसरों काे तलब करना शुरू कर दिया?