लेंस डेस्क। Trump tariff on films: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ऐलान किया कि विदेशों में बनने वाली सभी फिल्मों पर अब 100 प्रतिशत आयात शुल्क लगेगा। उन्होंने अपने सोशल मीडिया मंच ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में लिखा, “बाहर के देशों ने हमारा फिल्म निर्माण का कारोबार चुरा लिया है, जैसे कोई बच्चे से उसकी मिठाई छीन लेता है।”
रॉयटर्स के हवाले से अमेरिकी मीडिया ने बताया कि ट्रंप ने मई में इस तरह का शुल्क लगाने की बात कही थी, लेकिन तब उन्होंने ज्यादा जानकारी नहीं दी थी, जिससे मनोरंजन उद्योग में असमंजस की स्थिति बन गई थी।

हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह शुल्क फिल्म उद्योग पर कैसे लागू होगा। मई में जब ट्रंप ने पहली बार इस तरह की धमकी दी थी, तब उन्होंने यह नहीं बताया था कि क्या यह शुल्क सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्मों के अलावा स्ट्रीमिंग मंचों पर भी लागू होगा।
साथ ही यह भी साफ नहीं है कि शुल्क का आधार फिल्म निर्माण की लागत होगा या बॉक्स ऑफिस की कमाई। द गार्जियन की एक मई की रिपोर्ट में कहा गया था कि यह भी अस्पष्ट है कि अमेरिका और अन्य देशों के संयुक्त निर्माण को इस शुल्क से छूट मिलेगी या नहीं।
अमेरिका भारतीय फिल्मों के लिए विदेशी बाजार में 35 से 40 प्रतिशत कमाई का स्रोत है, जिससे यह बॉलीवुड और क्षेत्रीय सिनेमा के लिए सबसे महत्वपूर्ण विदेशी बाजार है।
अमेरिका में 52 लाख से ज्यादा भारतीय प्रवासी रहते हैं और इस शुल्क से सिनेमाघरों तक उनकी पहुंच कम हो सकती है और टिकटों की कीमतें बढ़ सकती हैं। इससे दर्शकों का रुझान ओटीटी मंचों की ओर और बढ़ सकता है, क्योंकि लोग सिनेमाघरों की तुलना में स्ट्रीमिंग को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं।
यदि यह नियम पूरी तरह लागू हुआ, तो टिकट की कीमतें और वितरण लागत दोगुनी हो सकती है, जिससे कई भारतीय फिल्में रिलीज के लिए व्यवहारिक नहीं रहेंगी। खासकर छोटे और मध्यम बजट की फिल्मों को भारी नुकसान होने की आशंका है, क्योंकि उनका मुनाफा पहले ही सीमित होता है।
गार्जियन के मुताबिक, ट्रंप ने जनवरी में हॉलीवुड के मशहूर अभिनेताओं जॉन वोइट, सिल्वेस्टर स्टेलोन और मेल गिब्सन को फिल्म उद्योग को “पहले से कहीं अधिक बड़ा, बेहतर और मजबूत” बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
ट्रंप के मार-ए-लागो में तैयार हुई योजना!
रिपोर्ट्स के अनुसार वोइट और उनके कारोबारी साझेदार स्टीवन पॉल और स्कॉट करोल मई में हॉलीवुड को बेहतर बनाने के लिए नए विचारों पर चर्चा करने फ्लोरिडा के पाम बीच में ट्रंप के मार-ए-लागो एस्टेट गए थे।
वोइट ने तब कहा था, “राष्ट्रपति को हॉलीवुड और फिल्मों की बहुत फिक्र है। हमें मेहनत करनी होगी। हम इसे डेट्रॉइट की तरह बर्बाद नहीं होने दे सकते।”
डेडलाइन की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया कि वोइट और उनके सहयोगियों ने 10 से 20 प्रतिशत संघीय कर छूट का प्रस्ताव दिया था, जो राज्यों द्वारा दी जाने वाली मौजूदा सुविधाओं से अलग होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई अमेरिकी निर्माता विदेश में शूटिंग करता है, तो उसे विदेशी कर प्रोत्साहन के 120 प्रतिशत के बराबर शुल्क देना होगा।