नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को विरोध प्रदर्शनों के बीच राज्य में कथित पेपर लीक की हालिया घटना को ” नकल जिहाद ” या धोखाधड़ी जिहाद बताया है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा रविवार को आयोजित की गई थी। प्रश्नपत्र के तीन पन्ने कथित तौर पर ऑनलाइन साझा किए जाने के बाद पेपर लीक होने के आरोप लगे थे।
भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोपों को लेकर बुधवार को राज्य में सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। उत्तराखंड बेरोजगार संगठन और अन्य समूहों ने राज्यवासियों से देहरादून तक मार्च करने का आह्वान किया था, जहां सैकड़ों प्रदर्शनकारी रविवार से परेड ग्राउंड में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
मंगलवार को पुलिस ने इस मामले में दो लोगों – खालिद मलिक और उसकी बहन सबिया – को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दावा किया कि हरिद्वार में परीक्षा देने वाले मलिक ने कथित तौर पर सबिया के साथ प्रश्नपत्र की तस्वीरें साझा कीं। उसने कथित तौर पर प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करने के लिए इसे मलिक की दोस्त सुमन को भेजा था।
जिस कॉलेज से लीक हुआ पेपर उसका प्रिंसिपल आईटी सेल का हेड
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि प्रोफ़ेसर सुमन ने सवाल हल तो किए, लेकिन जवाब नहीं भेजे। इसके बजाय, सुमन ने स्थानीय नेता बॉबी पंवार को इस घटना की जानकारी दी।पंवार ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हुए आरोप लगाया कि परीक्षा में धांधली हुई है।
हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि मलिक और सबिया ही कथित पेपर लीक के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार , जिस कॉलेज में यह लीक हुआ, उसके प्रिंसिपल धर्मेंद्र चौहान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के हरिद्वार मीडिया सेल के प्रमुख हैं । उन्होंने बताया कि परीक्षा के दौरान इस्तेमाल की गई 18 कक्षाओं में से केवल 15 में ही मोबाइल सिग्नल रोकने के लिए जैमर लगे थे।
कैमरों को बंद कर फंसा आयोग
चौहान ने बताया कि खालिद उस कक्षा में था, जिसमें जैमर नहीं था।उन्होंने कहा, “इस बार आयोग ने कमरों के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद करने का आदेश दिया है, तथा केवल मुख्य द्वार और नियंत्रण कक्ष में ही कैमरे लगाने का आदेश दिया है।”
धामी का आरोप रची गई है साजिश
बुधवार को भाजपा के नए पदाधिकारियों से बात करते हुए धामी ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने युवाओं का भविष्य बर्बाद करने के लिए पेपर लीक करने की साजिश रची है।
उन्होंने आरोप लगाया, “कोचिंग माफिया और धोखाधड़ी माफिया मिलकर राज्य में नकल जिहाद चला रहे हैं… इलाके में अराजकता फैला रहे हैं।” “उन माफियाओं और जिहादियों को मैं चेतावनी देता हूँ कि जब तक माफिया का खात्मा नहीं हो जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”
कांग्रेस का पैसा वसूली का आरोप
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्मा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि भाजपा सरकार “विफलताओं के बावजूद सांप्रदायिकता का आसान रास्ता अपना रही है।” धसामा के हवाले से कहा गया, “परीक्षा से एक दिन पहले, घोटालेबाज़ हाकम सिंह को [एक अलग मामले में] गिरफ़्तार किया गया। इसी तरह, इस घटना से जुड़े कई नाम सामने आए हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के लिए यह भी जिहाद है।”
पुलिस ने सिंह और उसके कथित साथी पंकज गौड़ को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा में सफलता की गारंटी का वादा करके छह अभ्यर्थियों से 12 लाख रुपये से 15 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
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