[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
छत्तीसगढ़ में ED फिर एक्शन में, अब कृषि व्यापार से जुड़े लोगों के घर मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर छापा
Lens exclusive : मेडिकल कॉलेज घूस कांड की CBI चार्जशीट… षड्यंत्र में रावतपुरा सरकार,पूर्व IFS संजय शुक्ला और डॉ. अतिन कुंड
अमित शाह को बस्तर में आई बाढ़ से लेकर पिछले महीने चले एंटी नक्सल ऑपरेशन की CM साय ने दी रिपोर्ट
रायपुर के बेबीलॉन टावर में आग, सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला
बस्तर बाढ़ पर PCC चीफ बैज ने सरकार को घेरा, कहा – सब कुछ तबाह हो गया और सरकार फटी साड़ियां दे रही
DURG NUN CASE की पीड़ितों ने क्यों कहा – ‘हमें न्याय की उम्मीद नहीं’?
मां… अब 4 सितंबर को बीजेपी का बिहार बंद
PM MODI-RSS कार्टून विवाद में हेमंत मालवीय को अग्रिम जमानत
मराठा आरक्षण आंदोलन: जरांगे का ऐलान-‘सरकारी आदेश लाइए, खत्म कर देंगे आंदोलन, उड़ाएंगे गुलाल’
जिस पहाड़ी में कालीदास ने रची मेघदूत, उस पहाड़ी में क्यों पड़ रहीं दरारें?
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस रिपोर्ट

DURG NUN CASE की पीड़ितों ने क्यों कहा – ‘हमें न्याय की उम्मीद नहीं’?

पूनम ऋतु सेन
Last updated: September 3, 2025 9:39 am
पूनम ऋतु सेन
Byपूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की...
Follow:
Share
SHARE

“Protection of life and personal liberty. No person shall be deprived of his life or personal liberty except according to procedure established by law.”
यह लिखा है हमारे भारतीय संविधान के आर्टिकल 21 में, जो भारतीय नागरिकों को स्वतंत्रता का अधिकार देता है। लेकिन इसका जिक्र हम क्यों कर रहे हैं यह भी आपको बताते हैं।

DURG NUN CASE: दरअसल छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में कथित धर्मांतरण और मानव तस्करी के मामला चर्चा में बना हुआ है, नारायणपुर की तीन आदिवासी युवतियों कमलेश्वरी प्रधान, ललिता उसेंडी और सुकमति मंडावी ने बजरंग दल की कार्यकर्ता ज्योति शर्मा और उनके सहयोगियों पर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

इस मामले की सुनवाई के लिए युवतियां आज फिर से छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग पहुंची थीं लेकिन शिकायत के खिलाफ नामित लोग सुनवाई में शामिल नहीं हुए।यह युवतियां महिला उत्पीड़न होने पर पहले दुर्ग एसपी थाना गई थी लेकिन फिर दर्ज नहीं हुई इसके बाद भी राज्य महिला आयोग के दरवाजे पर आई। लेकिन आज के सनी के दौरान कुछ बातें सामने आई वह भी सुनिए –

आप तो महिला उत्पीड़न का था लेकिन महिला आयोग की दो सदस्य सरला कोसरिया और दीपिका सोरी ने सवाल पूछे धर्मांतरण से जुड़े, वह कहते रहे कि आप एक धर्म से दूसरे धर्म में जा रहे हैं जिसपर पुलिस की कार्रवाई सही है। उन्होंने यह भी कहा कि रोजगार तो नारायणपुर में मिल जाता आपको बाहर जाने की जरूरत क्यों थी?

इस सुनवाई के दौरान जब युवतियों ने बताया कि वे नौकरी के लिए जा रही थी। तब उन्होंने पूछा कि क्या आपने पुलिस को इसकी लिखित सूचना दी थी कि आप एक शहर से दूसरे शहर जा रहे हैं। इन सबके बीच एक सदस्य लक्ष्मी वर्मा का यह सवाल हैरान करने वाला था, ‘आवेदन तो आपने खुद नहीं लिखा है। यह तो किसी से लिखवाया हुआ लग रहा है।’

उन्हें संभवतः यह ध्यान नहीं रहा कि 121 करोड़ से ज्यादा लोगों वाले देश में करोड़ों करोड़ निरक्षर आबादी सरकारी या अदालतीं कामकाज के लिए समाज के साक्षर लोगों पर ही निर्भर है और अदालतीं कामकाज की लिखा पड़ी तो पढ़े लिखे लोगों के लिए भी वकील ही करते हैं वैसे यह पीड़ित तीनों युवतियां दसवीं तक तो पढ़ाई कर चुकी है।

एक सदस्य दीपिका सोरी ने पिछली सुनवाई को दोहराते हुए कहा कि मैं उस दिन भी कही थी और आज भी बोल रही हूं कि तुम मंदिर जाते हो चर्च जाते हो तो मस्जिद भी जाया करो ऐसी सलाह उन्होंने दी।

इस सुनवाई पर राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक से हमने बात की। उन्होंने बताया कि आवेदक पक्ष यानि तीनों युवतियां तो आई थीं लेकिन अनावेदक पक्ष यानी ज्योति शर्मा और उनके सहयोगी मौजूद नहीं थे।

इसके अलावा जीआरपी थाना टीआई भी नहीं आए थे और अब तक सीसीटीवी फुटेज भी हमें नहीं मिला है। क्योंकि सीसीटीवी फुटेज रेलवे डीआरएम के माध्यम से प्राप्त कराया जाएगा जिसके लिए उन्हें अलग से आवेदन दिया जाएगा।

इसके अलावा अगली सुनवाई में अब सभी पक्षों को आवश्यक रूप से आने के लिए फिर से आवेदन दिया जाएगा और नहीं आने पर शो कॉस नोटिस दिया जाएगा।

सुनवाई के बाद thelens.in ने पीड़ित युवती और उनके परिजनों से भी बातचीत की। उन्होंने क्या कहा आप इस वीडियो में सुन सकते हैं –

महिला आयोग को अर्धन्यायिक संस्था का दर्जा हासिल है, लेकिन आयोग की तीन सदस्यों के सवाल और टिप्पणियां सुनकर यह प्रतीत हो रहा था कि उन्हें इस देश के संविधान के प्रावधान याद नहीं रहे और उसके द्वारा प्रदत्त नागरिक अधिकारों को भी वह भूल गईं।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 में नागरिकों को अंतरआत्मा की स्वतंत्रता, धर्म को मानने, आचरण करने और प्रचार करने का मौलिक अधिकार हासिल है। कानून के जानकार कहते हैं कि लोक व्यवस्था और नैतिकता के आधार पर हालांकि इन पर उचित प्रतिबंध लगाए जा सकतें हैं। और भारत धर्मनिरपेक्ष और कई मौलिक अधिकारों वाला देश है, ऐसे में ये सुनवाई कई सवाल भी खड़े कर रही है क्योंकि युवतियों ने साफतौर पर ये भी कहा की हमें शायद ही महिला आयोग से न्याय मिलेगा। हालांकि अभी अगली सुनवाई का डेट तय नहीं हैं संभवतः अक्टूबर में अगली तारीख मिल पायेगा।

TAGGED:Big_NewsDHARMANTARAN CASEDurg nun case
Byपूनम ऋतु सेन
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लगातार खबर कर रहीं हैं और सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article Umar Khalid case Judiciary is on a slippery slope
Next Article Bastar Flood बस्तर बाढ़ पर PCC चीफ बैज ने सरकार को घेरा, कहा – सब कुछ तबाह हो गया और सरकार फटी साड़ियां दे रही

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

वक्फ कानून के विरोध में हिंसा पर ममता ने कहा- केंद्र सरकार दे जवाब

Violence in West Bengal : मुर्शिदाबाद में पिता-पुत्र की हत्या के बाद सामने आया मुख्यमंत्री…

By आवेश तिवारी

दुर्ग-रायपुर-आरंग बायपास बन जाने के बाद जून 2026 में कुम्हारी टोल नाका बंद करने पर होगा विचार

रायपुर। नेशनल हाईवे 53 में स्थित कुम्हारी टोल प्लाजा (Kumhari Toll Plaza) बंद करने को…

By दानिश अनवर

प्रतिष्ठित कवि और कथाकार विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार

रायपुर। हिंदी के प्रतिष्ठित कवि और कथाकार विनोद कुमार शुक्ल को इस वर्ष का ज्ञानपीठ…

By The Lens Desk

You Might Also Like

English

Chance at redemption for justice

By The Lens Desk
Bihar Pension Hike
अन्‍य राज्‍य

नीतीश ने दोगुने से भी ज्‍यादा बढ़ाई पेंशन, तेजस्वी ने कहा-हम देंगे 1500, पीके बोले-कर देंगे दो हजार  

By Lens News Network
देश

इफ्तार की सियासत में लालू पड़े अकेले, कांग्रेस के दिग्गज नदारद

By The Lens Desk
लेंस संपादकीय

बेपरवाह नौकरशाही

By The Lens Desk
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?