लेंस डेस्क। ग्रेटर नोएडा के चर्चित निक्की हत्याकांड में पुलिस जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। पुलिस ने इस मामले में कई अहम सबूत जुटाए हैं, जिनमें आरोपी पति विपिन के घर के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज शामिल है। इसके अलावा निक्की की बहन कंचन के मोबाइल में रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो भी जांच का हिस्सा बना है। पुलिस का कहना है कि निक्की के बच्चों और आसपास के अन्य बच्चों के बयान भी जल्द दर्ज किए जाएंगे जो इस मामले में सच्चाई सामने लाने में मदद करेंगे।
सीसीटीवी और वीडियो से मिलेगा सुराग
पुलिस ने मीडिया को बताया कि विपिन के घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को कब्जे में लिया गया है। साथ ही आसपास की दुकानों के कैमरों की फुटेज भी जब्त की गई है। कंचन के फोन में मौजूद वीडियो की टाइमलाइन को भी जांच में शामिल किया गया है।
पुलिस का मानना है कि ये सबूत घटना के दिन की सही तस्वीर सामने लाएंगे। इसके अलावा सोशल मीडिया पर निक्की के बेटे का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह आग लगने की बात बता रहा है। पुलिस इसकी भी पड़ताल कर रही है।
अस्पताल में दी गई थी गलत जानकारी
पुलिस जांच में सामने आया है कि निक्की को आग लगने के बाद ग्रेटर नोएडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां आरोपी पक्ष ने बताया था कि सिलिंडर फटने से निक्की जल गई।
हालांकि पुलिस का कहना है कि निक्की ने खुद डॉक्टरों को यही बात बताई थी लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टरों के बयान भी दर्ज किए हैं और इस दिशा में जांच कर रही है।
महिला आयोग की सदस्य ने की परिजनों से मुलाकात
उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्य डॉ. मीनाक्षी भराला ने बुधवार को निक्की के परिवार से मिलने रूपवास गांव पहुंचीं। उन्होंने निक्की की मां और बहन कंचन से बात की और उन्हें सांत्वना दी। डॉ. भराला ने कहा कि इस तरह की घटनाएं तब तक रुकेंगी जब तक समाज में बेटियों के प्रति सोच नहीं बदलेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि निक्की के साथ पहले भी मारपीट हुई थी लेकिन पंचायत के दबाव में समझौता कर लिया गया था। उन्होंने समाज से अपील की कि अगर किसी बेटी के साथ अत्याचार हो रहा हो तो समझौते का दबाव न बनाया जाए।
क्या है निक्की हत्याकांड
निक्की की शादी 27 दिसंबर 2016 को सिरसा गांव के विपिन से हुई थी। निक्की की बड़ी बहन कंचन की शादी विपिन के भाई से हुई है। निक्की के पिता भिकारी सिंह का आरोप है कि ससुराल वाले 35 लाख रुपये दहेज की मांग को लेकर निक्की को लगातार प्रताड़ित करते थे।
गुरुवार शाम को विपिन और उसकी मां दया ने मिलकर निक्की को कथित तौर पर जिंदा जला दिया। गंभीर रूप से झुलसने के बाद कंचन और पड़ोसियों ने निक्की को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
आरोपियों की गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में निक्की के पति विपिन, ससुर सतवीर, जेठ रोहित और सास दया को गिरफ्तार कर लिया है। सभी को सूरजपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
विपिन ने पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद अस्पताल में कहा कि उसे अपनी पत्नी की मौत का कोई पछतावा नहीं है और उसने निक्की को नहीं मारा। उसका कहना है कि पति-पत्नी के बीच झगड़े आम बात हैं।
पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा ताकि जल्द से जल्द इंसाफ मिल सके। समाज और महिला आयोग इस घटना को लेकर गहरी चिंता जता रहे हैं और बेटियों के प्रति समाज की सोच बदलने की जरूरत पर जोर दे रहे हैं।