[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
दहेज के चलते बेटे के सामने ही पत्नी को जिंदा जलाया, पति हिरासत में
DRDO ने स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम का किया सफल परीक्षण
मौसम अलर्ट : देशभर में भारी बारिश का कहर, राजस्थान-यूपी में बाढ़ जैसे हालात
जयशंकर की दो टूक, अमेरिका और पाकिस्तान ‘सुविधा की राजनीति’ में लिप्त
प्रधानमंत्री मोदी का जून माह में 22 लाख नौकरियां जुड़ने का दावा
आलोक सिंह ठाकुर ने ग्रहण किया पदभार
ट्रंप टैरिफ की मार: संकट में कपास किसान और कपड़ा उद्योग
छत्तीसगढ़ में आईटी, टेक्टाइल्स और एयरोस्पेस में निवेश के संभावनाएं तलाशेगा जापानी संगठन ‘जेट्रो’
रायपुर में तीजा-पोरा त्योहार का भव्य आयोजन, भूपेश बघेल ने जारी रखी परम्परा
डीके शिवकुमार ने गाया ‘नमस्ते सदा वत्सले’, जानिए फिर क्‍या हुआ? देखिए वीडियो
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

जयशंकर की दो टूक, अमेरिका और पाकिस्तान ‘सुविधा की राजनीति’ में लिप्त

आवेश तिवारी
Last updated: August 24, 2025 1:18 am
आवेश तिवारी
Share
World Leaders Forum
SHARE

नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और पाकिस्तान के बीच संबंध ऐतिहासिक रूप से ‘सुविधा की राजनीति’ से प्रेरित रहे हैं, जिसमें अतीत की चिंताओं को अक्सर वर्तमान जरूरतों के अनुरूप दरकिनार कर दिया जाता है।

विदेश मंत्री ने ईटी वर्ल्ड लीडर्स फोरम (World Leaders Forum) में बोलते हुए कहा कि वाशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच ऐसे संबंध अक्सर ‘सुविधा की राजनीति’ को दर्शाते हैं, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत अमेरिका के साथ अपने संबंधों की ‘बड़ी संरचनात्मक ताकत’ को ध्यान में रखता है।

जयशंकर ने कहा, ‘उनका एक-दूसरे के साथ एक इतिहास रहा है। और उस इतिहास को नजरअंदाज करने का उनका एक इतिहास रहा है। ऐसा पहली बार नहीं है जब हमने ऐसा देखा है। और दिलचस्प बात यह है कि जब आप कभी-कभी सेना में किसी व्यक्ति द्वारा दिए गए प्रमाणपत्रों को देखते हैं, तो वह वही सेना होती है जो एबटाबाद गई थी और आपको पता है कि वहां कौन था।’

इसे 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में एक किलेबंद परिसर पर अमेरिकी सील टीम 6 के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई छापेमारी के संदर्भ में देखा जा रहा है, जिसमें अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का पता लगाया गया था और उसे मार गिराया गया था।

उन्होंने कहा, ‘मुद्दा तब है जब देश सुविधा की राजनीति पर केंद्रित होते हैं। वे ऐसा करने की कोशिश करते रहते हैं, इसमें कुछ सामरिक हो सकता है, तो कुछ के अन्य लाभ भी हो सकते हैं।’

विदेश मंत्री की यह टिप्पणी पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की हाल के महीनों में व्यापार, आर्थिक विकास और क्रिप्टोकरेंसी पर बातचीत के लिए की गई दो अमेरिकी यात्राओं के बाद आई है। इसके अलावा, इस्लामाबाद ने पाकिस्तान में रणनीतिक तेल भंडार बनाने के लिए वाशिंगटन के साथ एक समझौता किया है।

ऑपरेशन सिंदूर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के युद्ध विराम की मध्यस्थता के दावों पर जयशंकर ने कहा कि शत्रुता को रोकने का निर्णय नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच का है।

जयशंकर ने बातचीत में कहा, ‘मध्यस्थता के मुद्दे पर, 1970 के दशक से, यानी 50 वर्षों से अधिक समय से, इस देश में राष्ट्रीय सहमति है कि हम पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों में मध्यस्थता स्वीकार नहीं करते हैं।’

विदेश मंत्री ने कहा कि ‘यह सच है कि उस समय फ़ोन कॉल किए गए थे। अमेरिका और दूसरे देशों से भी फोन कॉल किए गए थे। यह कोई राज़ की बात नहीं है। मेरे लगभग हर फोन कॉल, खासकर हर अमेरिकी फोन कॉल, मेरे एक्स अकाउंट में मौजूद हैं। जब ऐसा कुछ होता है, तो देश फोन करते हैं… मेरा मतलब है, आखिरकार, मैं फोन नहीं करता? मेरा मतलब है, जब इजराइल-ईरान का मामला चल रहा था, तो मैंने फोन किया था। जब रूस-यूक्रेन का मामला चल रहा था, तो मैंने फोन किया था।’

जयशंकर ने ट्रंप प्रशासन द्वारा बार-बार लगाए गए उन आरोपों का भी जवाब दिया जिनमें कहा गया था कि भारत रूस से रियायती दामों पर कच्चा तेल खरीदकर और फिर यूरोप व अन्य जगहों पर रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पादों को प्रीमियम दामों पर बेचकर “मुनाफाखोरी” कर रहा है।

उन्होंने कहा, “यह हास्यास्पद है कि एक व्यापार-समर्थक अमेरिकी प्रशासन के लिए काम करने वाले लोग दूसरों पर व्यापार करने का आरोप लगा रहे हैं… यह वाकई अजीब है। अगर आपको भारत से तेल या रिफाइंड उत्पाद खरीदने में कोई समस्या है, तो उसे न खरीदें। कोई आपको उसे खरीदने के लिए मजबूर नहीं करता। लेकिन यूरोप खरीदता है, अमेरिका खरीदता है, इसलिए अगर आपको वह पसंद नहीं है, तो उसे न खरीदें।”

यह भी पढ़ें : विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्रंप के दावे को किया खारिज, जानिए चीन, पहलगाम हमले और सीज फायर पर क्‍या बोले?

TAGGED:S JaishankarTop_NewsWorld Leaders Forum
Previous Article World Leaders Forum प्रधानमंत्री मोदी का जून माह में 22 लाख नौकरियां जुड़ने का दावा
Next Article मौसम अलर्ट : देशभर में भारी बारिश का कहर, राजस्थान-यूपी में बाढ़ जैसे हालात

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

धनखड़ और मोदी-शिवराज का याराना

कई बार 'नियति' हमको विचित्र स्थिति में डाल देती है। मतलब, बिना कुछ किए धरे…

By राजेश चतुर्वेदी

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अगर निमिषा की जान चली गई तो यह दुखद होगा, 16 जुलाई को यमन में दी जा सकती है फांसी  

द लेंस डेस्‍क। यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को हत्‍या मामले में 16 जुलाई…

By अरुण पांडेय

जानिए…ऑस्कर के मंच से क्‍यों उठी फलस्तीन के हक की आवाज

रायपुर। लॉस एंजेलिस में हुआ इस बार का 97वां ऑस्कर अवॉर्ड समारोह फलस्तीन के मानवाधिकारों…

By अरुण पांडेय

You Might Also Like

JNU Missing student Najeeb Ahmed
देश

JNU के लापता छात्र नजीब का केस बंद, कोर्ट ने सीबीआई को दी मंजूरी, मां ने कहा- अंतिम सांस तक करुंगी इंतजार

By Lens News Network
Carregutta encounter
छत्तीसगढ़

मुठभेड़ तो हुई, माओवादी मारे भी गए, पर जानकारी क्यों नहीं?  

By Lens News
Vote Adhikar Yatra
देश

1300 किलोमीटर की वोट अधिकार यात्रा को लेकर कांग्रेस नेता क्या कह रहे हैं?

By आवेश तिवारी
IPS transfer
छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में युक्त युक्तिकरण पर सरकार का बड़ा फैसला, 10 हजार से ज्यादा स्कूलों को किया गया मर्ज

By Lens News
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?