रायपुर। MG Hector car showroom accident: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सरोना क्षेत्र में स्थित एमजी हेक्टर कार शोरूम में 3 अगस्त को हुए हादसे में घायल कर्मचारी राज एस राव ने 23 अगस्त को दम तोड़ दिया। इस मामले में परिजनों की पुलिस में शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी अभी तक पुलिस बरामद नहीं कर सकी है, जिससे हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके। अब परिजन शव के पोस्टमॉर्टम के आधार पर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में हैं।
बताया जाता है कि बीती 3 अगस्त को कर्मचारी शोरूम में कार को हटाने वाली लिफ्ट पर खड़ा होकर काम कर रहा था, तभी अचानक फिसलकर गिर गया। हालांकि, घटना कैसे हुई, इस बारे में मृतक राज एस राव के परिजन भी ठीक-ठीक नहीं बता पाए। हादसे के बारे में भी परिजनों को देर से बताया गया।
आज जब लेंस ने राज एस राव के भाई नागेश्वर राव और रिश्तेदार राहुल मानकर से बात की, तो उन्होंने बताया कि हादसे के बाद वे लोग डीडी नगर थाने में शिकायत लेकर गए थे। पुलिस ने शिकायत तो रख ली, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वे लोग दो-तीन बार फिर गए, लेकिन पुलिस का रवैया वही रहा।
आज भाई के निधन के बाद भी पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन कई घंटे बीतने के बाद भी कोई नहीं आया। परिजन चाहते हैं कि पुलिस के आने के बाद पोस्टमार्टम कराएंगे, जिसके बाद एफआईआर दर्ज कराएंगे।
घटना के बाद एमजी हेक्टर कार शोरूम के कर्मचारियों ने राज एस राव को कोटा स्थित सुयश अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां तब से उनका इलाज चल रहा था। युवक हादसे में बुरी तरह जख्मी हो गया था। उसे पहले दिन से ही वेंटिलेटर पर रखा गया था। बताया जाता है कि उसकी स्पाइनल कॉर्ड और दोनों पैर टूट गए थे।
राव के रिश्तेदार राहुल मानकर ने बताया कि दो दिन पहले कंपनी के अन्य कर्मचारियों ने कहा कि अब राज एस राव का इलाज खर्च की वजह से सुयश अस्पताल में कराना संभव नहीं है। इसके बाद उसे नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया। कंपनी के कर्मचारियों का कहना था कि यह इलाज ईएसआई के तहत कराया जाएगा। आखिर में राज एस राव ने दम तोड़ दिया।
शोरूम के एचआर ने क्या बताया
जब राज एस राव को सुयश अस्पताल में भर्ती कराया गया, तब घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इसके बाद लेंस की टीम अस्पताल पहुंची थी। एमजी हेक्टर की एचआर मैनेजर प्रियंका ने फोन पर घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि राज एस राव अभी अस्पताल में हैं, लेकिन ज्यादा बात करने की स्थिति में नहीं हैं।
अस्पताल से जानकारी मिली कि युवक को सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आई हैं और उसे आईसीयू में रखा गया था। कर्मचारी की मौत के बाद द लेंस ने आज दोबारा एचआर मैनेजर प्रियंका को कॉल किया, लेकिन उनके फोन से संपर्क नहीं हो पाया। राज एस राव के रिश्तेदार राहुल मानकर ने बताया कि कंपनी से कुछ लोग आए थे और देखकर चले गए, कुछ बोले नहीं।
पुलिस ने क्या बताया
घटना के बारे में डीडी नगर थाने के प्रभारी एसएन सिंह ने बताया कि परिजनों की ओर से शिकायत मिली थी, लेकिन बयान के अभाव में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई, क्योंकि राज एस राव कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थे। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
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