लेंस डेस्क। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पाकिस्तान बयानबाजियों से बाज नहीं आ रहा है। आज अपने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कथित जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि चार दिन के युद्ध में पाकिस्तान ने ऐतिहासिक सफलता हासिल की। शहबाज ने इस मौके पर देशवासियों को बधाई देने के लिए एक्स पर एक संदेश साझा किया।
शहबाज ने अपने एक्स संदेश में लिखा, “मैं राष्ट्रपिता मोहम्मद अली जिन्ना और अल्लामा मोहम्मद इकबाल को नमन करता हूं, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर देश को एक साझा मकसद के लिए एकजुट किया। उनके संघर्ष ने एक स्वतंत्र राष्ट्र का निर्माण किया और असंभव लगने वाले सपने को हकीकत में बदला।”
शहबाज ने भारत के खिलाफ गलत दावा करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए संघर्ष का पूरा जिम्मेदार भारत था। उन्होंने कहा, “भारत ने हम पर युद्ध लाद दिया, लेकिन पाकिस्तान ने इसमें शानदार जीत हासिल की। इस जीत ने न केवल हमारी आजादी की रक्षा की, बल्कि हमारे लोगों में देशभक्ति की भावना को और मजबूत किया, जिससे इस स्वतंत्रता दिवस का उत्साह और गर्व कई गुना बढ़ गया।”
शहबाज ने दावा किया, “अल्लाह की कृपा से हमारी वीर सेना ने अपनी शक्ति का परिचय दिया और दुश्मन के झूठे दंभ को तोड़ दिया। हमारे बहादुर सैनिकों और वायु सेना के जांबाजों ने दुश्मन को हार मानने पर मजबूर किया। हम उन शहीदों को सलाम करते हैं, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर किए।”
कराची : फायरिंग कर मना रहे थे आजादी का जश्न, तीन की मौत
पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस का जश्न आज उस समय मातम में बदल गया, जब कराची में हुई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 60 से ज्यादा लोग से घायल हुए हैं। मरने वालों में आठ साल की मासूम बच्ची और एक बुजुर्ग व्यक्ति शामिल है।
पाकिस्तान के जियो न्यूज के अनुसार कराची के विभिन्न हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस के उत्सव के दौरान गोलीबारी की घटनाएं सामने आई हैं। अजीजाबाद में एक बच्ची गोली का शिकार बनी, वहीं कोरंगी में स्टीफन नामक व्यक्ति की गोली लगने से जान चली गई। अधिकारियों ने ऐसी घटनाओं को गैर-जिम्मेदाराना और खतरनाक करार दिया और लोगों से सुरक्षित तरीके से जश्न मनाने की अपील जारी करनी पड़ी।
पुलिस के अनुसार, कराची के लियाकताबाद, कोरंगी, लियारी, महमूदाबाद, अख्तर कॉलोनी, केमारी, जैक्सन, बाल्डिया, ओरंगी टाउन, पापोश नगर, शरीफाबाद, नाजमाबाद, सुरजानी टाउन, जमान टाउन और लांधी जैसे इलाकों में गोलीबारी की वारदातें हुई हैं। पाकिस्तान में स्वतंत्रता दिवस के दौरान हर साल ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं। बीते साल 2024 में भी इसी तरह की एक घटना में एक बच्चे की मौत हुई थी और 95 से अधिक लोग घायल हुए थे।
पुलिस ने इन घटनाओं की जांच शुरू कर दी है और हवाई फायरिंग में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। एआरवाई न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने इन घटनाओं के पीछे आपसी विवाद, निजी दुश्मनी और डकैती की कोशिशों जैसे कारणों को जिम्मेदार बताया है। इसके अलावा, जनवरी में कराची में हुई गोलीबारी की घटनाओं में पांच महिलाओं सहित 42 लोगों की मौत हुई थी और 233 लोग घायल हुए थे।