नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वोटिंग में धांधली को लेकर कांग्रेस पर कई आरोप लगाए हैं। भाजपा मुख्यालय में बुलाई गई एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि 1952 के आम चुनाव में तत्कालीन पीएम जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में, भरी हुई मतपेटियों में नाइट्रिक एसिड डाला गया था, ताकि नतीजों पर नकारात्मक असर पड़ सके।
उन्होंने कहा कि मतपत्रों के क्षतिग्रस्त होने की खबरें अखबारों में छपीं। उसके बाद, गांधी-नेहरू परिवार को सत्ता में बनाए रखने के लिए इंदिरा गांधी के चुनाव के दौरान सरकारी मशीनरी की कमी के अलावा, मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अनैतिक तरीके अपनाए गए।
शेखावत ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इंदिरा गांधी के चुनाव को रद्द कर दिया था। हम सभी इसके बारे में जानते हैं। जब राजीव गांधी कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कर रहे थे, तब उनके अपने लोकसभा क्षेत्र अमेठी में खुलेआम बूथ कैप्चरिंग की गई। लोगों को वोट देने से रोका गया। इसलिए अमेठी में पुनर्मतदान की आवश्यकता थी। पुनर्मतदान न हो यह सुनिश्चित करने के लिए इसे रोकने के कई प्रयास किए गए।
शेखावत ने कांग्रेस से पूछा है कि कल सोनिया गांधी के बारे में एक प्रश्न पूछा गया था। मुझे आश्चर्य है कि 24 घंटे बाद भी न तो परिवार और न ही कांग्रेस पार्टी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस पार्टी चुप है। यह सवाल खड़े करता है।”