रायपुर। बुधवार को ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने एक दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आयोजन किया। इस हड़ताल को कर्मचारियों और मजदूरों का समर्थन मिला। फलस्वरूप फैक्ट्रियों और दफ्तरों का काम पूरी तरह से ठप रहा। वामपंथी संगठनों ने इस हड़ताल का समर्थन किया। छत्तीसगढ़ में भी इस हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला है। रायपुर के LIC दफ्तर के बाहर जनसभा का आयोजन किया गया। इसमें मजदूरों और LIC कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। Nationwide strike
इस दौरान ट्रेड यूनियन मंच के संयोजक धर्मराज महापात्र ने कहा कि इंटक, सीटू , एटक, ऐक्टू, एच एम एस सहित देश की 10 प्रमुख केंद्रीय ट्रेड यूनियनों आव्हान पर आज 9 जुलाई को आहूत आम हड़ताल संपूर्ण छत्तीसगढ़ में भी पूरी तरह से सफल हुई । हड़ताल का राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर में व्यापक असर रहा l मुख बैंकों एवं एल आई सी, केंद्रीय कार्यालय इनकम टैक्स, डाक विभाग, बी एस एन एल के कार्यालयों के ताले नहीं खुले l औद्योगिक क्षेत्र कोयला खदान, राजहरा, नंदिनी सहित माइंस में उत्पादन ठप्प रहा, एन एम डी सी सहित रायगढ़, सरगुजा, कोरबा कोयला खदान ठप्प रहे, बालको में शतप्रतिशत हड़ताल रही, भिलाई में इस्पात मजदूरों ने सारे गेट जाम कर हड़ताल कर जबरदस्त प्रदर्शन किया गया।
उन्होंने कहा कि असंगठित मजदूरों के अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, मध्याह्न भोजन कर्मी, रसोईए, परिवहन मजदूर ने भी हड़ताल में जबरदस्त भागीदारी कर प्रदेश भर में रैलियां और प्रदर्शन आयोजित किए गए। अनेक निजी उद्योगों के समक्ष मजदूरों व कर्मचारियों ने प्रदर्शन, धरना व सभाओं का आयोजन कर केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की और मजदूर विरोधी श्रम संहिता को गुलामी का दस्तावेज करार देकर उसे रद्द करने की मांग हैl रायपुर में एल आई सी के पंडरी स्थित मंडल कार्यालय पर संयुक्त हड़ताली सभा का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न उद्योगों व श्रम संगठनों से जुड़े सैकड़ों लोगों ने शिरकत कीl प्रदेश के अनेक स्थानों पर संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर किसानों ने भी हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन और चक्का जाम किया ।
वामपंथी संगठनों ने सौंपा ज्ञापन
देशव्यापी हड़ताल के आव्हान पर रायपुर में अम्बेडकर चौक पर भाकपा(माले) रेड स्टार, भाकपा(माले) लिबरेशन, भाकपा, माकपा, SUCI तथा अन्य ट्रेड यूनियनों ने मिलकर प्रदर्शन किया। साथ ही मजदूर संगठनों के ज्ञापन को जिला प्रशासन को सौंपा गया। प्रदर्शन में वामपंथी संगठनों के बड़े नेताओं की मौजूदगी रही। प्रदर्शनकारियों द्वारा भाकपा (माले )रेड स्टार की राज्य सचिव कॉमरेड प्रमिला, ट्रेड यूनियन सेंटर ऑफ इंडिया (TUCI ) ओडिशा के राज्य सचिव कॉमरेड शंकर सहित 17 मजदूरों की गिरफ्तारी तथा देश में अन्य भाजपा शासित राज्यों में हड़ताल के दौरान ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की निंदा की है। साथ ही सभी लोगों को रिहा करने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि संघी मनुवादी फासीवादी हुकूमत मेहनतकशों के संघर्ष को दमन और आतंक से दबा नहीं पाएंगे।
CGSPEU ने हड़ताल को सफल बताया
CGSPEU ने रायपुर में सुबह 7 बजे से 80 से अधिक लोगों के साथ नाका पर निगरानी कैंप के साथ हड़ताल की सफल शुरुआत की। इसके बाद सुबह 11 बजे पुलिस लाइन स्थित इकाई कार्यालय में एकत्रित होकर हड़ताली साथियों ने हड़ताल को और मजबूती प्रदान की। हड़ताल के दौरान छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने उपस्थित हड़ताली साथियों को संबोधित किया। इकाई सचिव सतेंद्र मिश्रा ने बताया कि रायपुर, धमतरी, और जगदलपुर के सभी दवा प्रतिनिधियों ने पूर्ण रूप से कार्य बंद कर हड़ताल को सफल बनाया। अखिल भारतीय संगठन FMRAI के निर्देशानुसार, आगे की रणनीति तैयार कर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी, ताकि मांगों को लागू करवाया जा सके।
ये रहीं हड़ताल की मुख्य मांगें
- श्रम कानूनों में किए गए बदलावों को वापस लेना।
- सेल्स प्रमोशन एम्प्लॉइज एक्ट 1976 को प्रभावी ढंग से लागू करना।
- आईटी एक्ट के तहत निगरानी के विरोध में।
- दवाइयों पर 0% जीएसटी लागू करना।
- न्यूनतम वेतन 26,000 रुपये निर्धारित करना।
- राज्य सरकार द्वारा सेक्शन 2(एस) को लागू करना।