बेंगलुरु। कर्नाटक के चामराजनगर जिले में माले महादेश्वर वन्यजीव अभयारण्य में एक बाघिन और उसके चार शावकों की मौत का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शुरुआती जांच के अनुसार, इन बाघों की मौत जहरीली गाय का मांस खाने से हुई।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बाघों के शवों के पास, लगभग 50 मीटर की दूरी पर एक गाय का शव मिला। मृत बाघिन की उम्र 8 साल थी, जबकि उसके शावक 10 महीने के थे। चामराजनगर सर्कल के मुख्य वन संरक्षक टी हीरालाल ने कहा कि बाघों और गाय के शरीर में जहर के अंश पाए गए हैं। हालांकि, जहर का प्रकार और मात्रा फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी।
मीडिया खबरों के अनुसार, इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खंड्रे इस घटना की जानकारी लेने के लिए घटनास्थल का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और इसकी पूरी जांच की जाएगी।
मृत बाघों के नमूने फोरेंसिक और विषविज्ञान विश्लेषण के लिए भेजे गए हैं। वन अधिकारी क्षेत्र में तैनात हैं ताकि स्थिति का जायजा लिया जाए और सबूत जुटाए जाएं। जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि कहीं इस घटना को शिकार के लिए तो नहीं अंजाम दिया गया था।
बाघों की संख्या के मामले में कर्नाटक दूसरे नंबर पर
कर्नाटक में बाघों की गिनती 563 है, जो मध्य प्रदेश के बाद देश में दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। बाघों और ग्रामीणों के बीच टकराव बढ़ रहा है, क्योंकि बाघ अक्सर मवेशियों पर हमला करते हैं और उन्हें मार देते हैं। इससे गुस्साए ग्रामीण बाघों को जहर या जाल से मारने की कोशिश करते हैं। वन विभाग ने मरे हुए बाघों के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। वन मंत्री ईश्वर खण्डरे ने एक साथ 5 बाघों की मौत पर दुख जताया और कहा कि इस मामले की गहन जांच होगी।