[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
डोंगरगढ़ में डायरिया से दो की मौत, 50 से ज्‍यादा बीमार
आने वाला समय थोड़ा उम्मीद भरा… जोहरन ममदानी की जीत पर ओबामा ने ऐसा क्‍यों कहा ?
छत्तीसगढ़ की 41 विभूतियों को उपराष्ट्रपति ने राज्य अलंकरण से किया सम्मानित
अनियमित कर्मचारियों का बड़ा ऐलान, दिसंबर में करेंगे महाआंदोलन
पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर बीमार, हैदराबाद में चल रहा इलाज
ब्रेकिंग – बीजापुर में जवानों और माओवादियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ जारी
हमारी तीजन बीमार हैं… PM ने सुध ली लेकिन CM ने नहीं
हरियाणा विधानसभा चुनाव में आई थी ब्राजीलियन मॉडल, डाल गई 22 वोट
20 नवंबर को छत्तीसगढ़ आएंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, जनजातीय गौरव दिवस समारोह में होंगी शामिल
IAS, IPS और IFS अफसरों को केंद्र के समान मिलेगा DA, 1 जुलाई से होगा प्रभावी
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

सोनिया की सलाह

Editorial Board
Editorial Board
Published: June 21, 2025 6:11 PM
Last updated: June 21, 2025 6:11 PM
Share
Sonia Gandhi
SHARE
The Lens को अपना न्यूज सोर्स बनाएं

कांग्रेस संसदीय दल की चेयर पर्सन सोनिया गांधी ने पश्चिम एशिया के हालात पर द हिन्दू में एक लेख लिखकर मोदी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया है और उसे सलाह भी दी है कि अब भी नई दिल्ली की आवाज सुनी जा सकती है। प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार लगातार जिस तरह से संसदीय और लोकतांत्रिक परंपराओं की अवहेलना कर रही है, उसमें यह उम्मीद करना मुश्किल है कि वह सोनिया के इस लेख का संज्ञान लेकर कोई पहल करेगी। बेशक, हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और फिर पाकिस्तान परस्त आतंकियों के अड्डों पर किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र सरकार ने सांसदों के सर्वदलीय दल विदेश भेजे थे, लेकिन इन दलों का हासिल क्या है, यह बताने की जरूरत नहीं है। दरअसल मोदी सरकार ने न तो पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद की बैठक बुलाई, और न ही पश्चिम एशिया के मौजूदा संकट को लेकर। पहलगाम हमले के बाद सरकार ने सर्वदलीय बैठक जरूर बुलाई थी, लेकिन उसमें भी प्रधानमंत्री मोदी नहीं थे। यह भी दोहराने की जरूरत नहीं है कि जब राष्ट्रहित की बात आती है, तो सारे दल आम तौर पर सरकार के साथ होते हैं। यह समझने की जरूरत है कि पश्चिम एशिया का बढ़ता तनाव भी राष्ट्रहित से परोक्ष रूप से जुड़ा हुआ है। पश्चिम एशिया का ताजा तनाव इजराइल के ईरान पर ऐसे समय किए गए एकतरफा हवाई हमले से पैदा हुआ है, जब अमेरिका के साथ उसकी बातचीत प्रस्तावित थी। निःसंदेह भारत परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का विरोधी है और शांतिपूर्ण वार्ता का पक्षधर है। इसके साथ ही भारत इजराइल-फलस्तीन विवाद में द्विराज्य के सिद्धांत का पक्षधर है, खुद मोदी सरकार इसे दोहरा चुकी है। ऐसी ही स्थिति ईरान को लेकर कही जा सकती है, जिससे भारत के ऐतिहासिक रिश्ते हैं, जिसे रेखांकित किए जाने की जरूरत है। सोनिया गांधी ने अपने लेख में याद दिलाया है कि 1994 में संयुक्त राष्ट्र में जब कश्मीर में मानवाधिकार का मसला आया था, तब ईरान ने भारत का समर्थन किया था। सरकार की ओर से तो पहले ही विशेष सत्र की मांग ठुकरा कर मानसून सत्र का एलान कर दिया गया है, लेकिन प्रधानमंत्री की मौजूदगी में सर्वदलीय बैठक पर सरकार विचार क्यों नहीं कर सकती?

TAGGED:EditorialSonia GandhiThe Hindu
Previous Article DGCA प्लेन क्रैश के बाद DGCA ने AIR INDIA के तीन अधिकारियों को हटाने का दिया आदेश
Next Article Trump on Iran अमेरिकी खुफिया एजेंसी के दावे को ट्रंप ने बताया गलत, ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर मतभेद
Lens poster

Popular Posts

सेंट्रल जेल में कांग्रेस नेता पर जानलेवा हमला

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी रहे कांग्रेस नेता आशीष शिंदे पर सेंट्रल जेल…

By Lens News

मणिपुर केंद्र के भरोसे, राष्ट्रपति शासन बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी

लेंस डेस्क। जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में राष्ट्रपति शासन अभी जारी रहेगा। शुक्रवार…

By Lens News Network

BSF से पुलिस सेवा में विलय पर एसपी यशपाल सिंह के खिलाफ MHA में शिकायत, सीएस को जांच के आदेश

रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस के IPS कैडर में एक अधिकारी की नियुक्ति को लेकर बड़ा विवाद…

By Lens News

You Might Also Like

RBI Repo Rate Cut
लेंस संपादकीय

कर्ज के भरोसे

By Editorial Board
Trade union strike
लेंस संपादकीय

भारत बंद का असर

By Editorial Board
World Economic Forum
लेंस संपादकीय

आधी आबादी, कहां है हिस्सेदारी

By Editorial Board
Amit Malviya
देश

क्या बीजेपी आईटी सेल सोनिया गांधी को लेकर झूठ बोल रहा है?

By आवेश तिवारी

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?