सिवान। बिहार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आज सिवान में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला। हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार भी लालू प्रसाद यादव का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्हें निशाने पर जरूर रखा। अपने संबोधन का अंत करते-करते प्रधानमंत्री ने यह सवाल भी उठा दिया कि लालू प्रसाद यादव ने बाबा साहेब आंबेडकर के अपमान के बाद माफी क्यों नहीं मांगी।
दरअसल लालू प्रसाद यादव पर उनके जन्मदिन, 11 जून को बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगा है। यह विवाद एक वायरल वीडियो और सोशल मीडिया पर दावों से शुरू हुआ, जिसमें कहा गया कि समारोह में आंबेडकर की तस्वीर का दुरुपयोग हुआ। विपक्ष, खासकर बीजेपी ने इसे दलित विरोधी करार दिया। हालांकि, राजद ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है।
मोदी ने क्या कहा
सीवान के जसौली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजद और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजद ने बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया है और इसके लिए माफी मांगने को भी तैयार नहीं है। पीएम ने आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस के नेता बाबा साहेब की तस्वीर को अपने पैरों के पास रखकर खुद को उनसे बड़ा दिखाने की कोशिश करते हैं, जबकि वे (मोदी) बाबा साहेब को अपने दिल में रखते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बाबा साहेब के इस अपमान को कभी नहीं भूलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार “सबका साथ, सबका विकास” के सिद्धांत पर चलती है, लेकिन राजद और कांग्रेस जैसे दल केवल “परिवार का साथ, परिवार का विकास” में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां अपने परिवार के हितों के लिए देश के करोड़ों परिवारों का नुकसान करने से नहीं हिचकतीं।
पीएम ने दावा किया कि बाबा साहेब भी ऐसी परिवारवादी राजनीति के खिलाफ थे, और यही कारण है कि राजद जैसे दल बार-बार उनका अपमान करते हैं। उन्होंने हाल के एक घटनाक्रम का जिक्र किया, जिसमें राजद पर बाबा साहेब की तस्वीर के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार में जगह-जगह पोस्टर लगे हैं, जिनमें राजद से बाबा साहेब के अपमान के लिए माफी मांगने की मांग की गई है, लेकिन वे माफी नहीं मांगेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस के मन में दलित, महादलित, पिछड़ा और अति-पिछड़ा वर्ग के लिए कोई सम्मान नहीं है। मोदी ने दोहराया कि वे बाबा साहेब को अपने दिल में रखते हैं, जबकि विपक्षी दल उनकी तस्वीर को अपमानित करते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग इस अपमान को हमेशा याद रखेंगे और इसे कभी नहीं भूलेंगे।