रायपुर। पूर्व मंत्री कवासी लखमा और कारोबारी विजय भाटिया से मुलाकात कर जेल से बाहर निकलने के बाद भूपेश बघेल ने सरकार और अफसरों को नसीहत दी। पूर्व सीएम ने कहा, ‘सरकार और अधिकारी ध्यान दें। समय बदलते देर नहीं लगती।’ भूपेश बघेल की दी गई इस नसीहत ने डॉ. रमन सिंह के करीब तीन साल पुराने एक बयान की याद दिला दी। प्रदेश के दोनों मुख्यमंत्री की नौकरशाही को लेकर दी गई नसीहत एक ही है।
तब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री थे और 15 साल मुख्यमंत्री रह चुके डॉ. रमन सिंह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष। छत्तीसगढ़ में विपक्ष में रहते उन्हें करीब 4 साल बीत चुके थे। तब के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सरकारी अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा था, ‘पंजा छाप अफसरों अब भी वक्त है संभल जाओ, जनादेश में 1 साल ही बचा है।’
यह पूरा मामला 12 अक्टूबर 2022 का है। जब प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू, खनिज विभाग के सचिव जेपी मौर्य, चिप्स के सीईओ समीर बिश्नोई के ठिकानों पर छापे मारे थे। तब इन छापों को लेकर तात्कालीन सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में भाजपा पर आरोप लगाया था कि वह सीधे लड़ नहीं पा रही है तो ईडी-आईटी माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है।
तात्कालीन सीएम के बयान के बाद डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के बल पर मनमानी करने वाले सारे ‘पंजा छाप’ अधिकारियों अब भी वक्त है संभल जाओ, हम अपने छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार की फसल नहीं टिकने देंगे। यदि इसके बाद भी पार्टी के कार्यकर्ता बनकर भ्रष्टाचार में लिप्त रहोगे तो बस इतना ध्यान रहे कि अगले जनादेश में केवल 1 साल ही बचा है।
तब के पूर्व सीएम डॉ. रमन का अफसरों को लेकर दिया बयान काफी सुर्खियों में था। अब एक और पूर्व सीएम भूपेश बघेल का अफसरों को लेकर दिया बयान चर्चा में बना है।
दरअसल, भूपेश बघेल ने यह बयान शराब घोटाले में जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा और कारोबारी विजय भाटिया से मुलाकात के बाद दी। उन्होंने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जेल में पूर्व मंत्री कवासी लखमा और विजय भाटिया दोनों से मैंने मुलाकात की। दोनों का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। कवासी लखमा हार्ट का पेशेंट है। कोर्ट से आदेश लेने के बावजूद भी जिला प्रशासन पुलिस बल उपलब्ध नहीं होने के कारण उनका इलाज नहीं करा रहा है। इसी तरह विजय भाटिया को भी इलाज नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से भूपेश बघेल ने सरकार पर व्यक्तिगत दुश्मनी के तौर पर व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार और प्रशासन में बैठे हुए लोगों से कहा, ‘आपके अधिकार में गिरफ्तार करना था, गिरफ्तार कर लिया। सजा तो न्यायालय में होना है। लेकिन, जेल के अंदर भी व्यक्तिगत दुश्मन की तरह व्यवहार करना उचित नहीं है। समय बदलते देर नहीं लगती।‘