मुंबई। समय से पहले आए मानसून ने मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई शहरों में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। सामान्य मौसम में यह समय नौतपा का होता है, लेकिन मौसम के करवट लेने की वजह से इस बार नौ दिनों का नौतपा बेअसर साबित हो सकता है।
सोमवार को हुई बारिश ने मुंबई में मई महीने में 107 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार कोलाबा वेधशाला ने मई में अब तक 295 मिमी बारिश दर्ज की है, जो मई 1918 में दर्ज 279.4 मिमी के पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देता है। वहीं, सांताक्रूज वेधशाला ने इस महीने 197.8 मिमी बारिश दर्ज की, जो मई 2000 में दर्ज 387.8 मिमी के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।
Mumbai Rain : असामान्य मौसम की चेतावनी

मुंबई में सोमवार को भारी बारिश ने शहर को तर-बतर कर दिया। मौसम विभाग ने शहर के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जो मंगलवार सुबह 8:30 बजे तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ बौछारें और 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। ठाणे और रायगढ़ जिलों के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जैसे तटीय जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है, जो अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी देता है।

बीएमसी के आंकड़े
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के स्वचालित मौसम स्टेशन के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में शहर के विभिन्न हिस्सों में औसतन 58 मिमी बारिश दर्ज की गई। नरीमन पॉइंट में सबसे अधिक 40 मिमी, ग्रांट रोड पर 36 मिमी और कोलाबा में 31 मिमी बारिश हुई। पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमशः 19 मिमी और 15 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। दादर टीटी फ्लाईओवर, किंग्स सर्कल, साकी नाका और अंधेरी जैसे क्षेत्रों में यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
क्या कहते हैं मौसम विज्ञानी
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस असामान्य बारिश का कारण एक निम्न दबाव का क्षेत्र है, जो दक्षिण कोंकण-गोवा बेल्ट के पास अरब सागर में विकसित हुआ है। यह प्रणाली उत्तर की ओर बढ़ रही है और इसके अवसाद में बदलने की संभावना है। स्काईमेट वेदर सर्विसेज के विशेषज्ञ महेश पालावत ने मीडिया को बताया कि विदर्भ के पास निम्न दबाव क्षेत्र और दक्षिण मुंबई से बिहार तक फैली एक ट्रफ रेखा ने अरब सागर से नमी खींची, जिसके परिणामस्वरूप भारी बारिश हुई।