[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कौन सा राज्‍य जला रहा है सबसे अधिक पराली? सरकारी रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
श्रम कानून के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का कल देशभर में प्रदर्शन
भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग को बताया ‘केचुआ’, कहा – पहली बार देखा केचुआ की वजह से किसी की मौत हुई
SIR के खिलाफ ममता की हुंकार- ‘मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करना, तुम हार जाओगे’
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिया कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल की अग्रिम जमानत याचिका और देशभर की FIR क्लबिंग की याचिका की खारिज
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
अर्थ

वोडाफोन आइडिया ने सरकार से लगाई मदद की गुहार, FY26 के बाद बंद हो सकती है कंपनी

Amandeep Singh
Amandeep Singh
Published: May 17, 2025 2:51 PM
Last updated: May 17, 2025 2:54 PM
Share
vodfone idea closed soon
SHARE

द लेंस डेस्क। vodafone idea: कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vi) ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उसे तत्काल वित्तीय सहायता नहीं मिली, तो वह वित्त वर्ष 2026 (FY26) के बाद परिचालन जारी नहीं रख पाएगी। कंपनी ने दूरसंचार विभाग (DoT) को इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि समायोजित सकल राजस्व (AGR) बकाया और स्पेक्ट्रम देन दारियों के बोझ के कारण वह गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक नई याचिका दायर की है, जिसमें लगभग 30,000 करोड़ रुपये के AGR बकाया पर ब्याज और जुर्माने की माफी की मांग की गई है। इस खबर ने इसके 20 करोड़ से अधिक ग्राहकों और 6 मिलियन शेयरधारकों में चिंता पैदा कर दी है।

खबर में खास
वित्तीय संकट और सरकार से मांगकंपनी की दलीलसुप्रीम कोर्ट में सुनवाईपहले मिली राहत और चुनौतियां

वित्तीय संकट और सरकार से मांग

वोडाफोन आइडिया पर कुल 2.3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें 77,000 करोड़ रुपये AGR बकाया और 1.4 लाख करोड़ रुपये स्पेक्ट्रम देनदारी शामिल हैं। कंपनी ने सरकार से अनुरोध किया है कि 17,213 करोड़ रुपये तक की AGR देनदारी को अंतिम माना जाए और ब्याज व जुर्माने को पूरी तरह माफ किया जाए। इसके अलावा, कंपनी ने FY30 तक पांच साल की मोहलत और FY31 से FY41 तक 11 समान वार्षिक किश्तों में 714 करोड़ रुपये का भुगतान करने का प्रस्ताव दिया है। साथ ही, कंपनी ने स्पेक्ट्रम भुगतान के लिए एक साल की अतिरिक्त अवधि और FY28 से FY32 तक पांच साल की मोहलत की मांग की है।

कंपनी की दलील

वोडाफोन आइडिया का कहना है कि बिना सरकारी सहायता के बैंक फंडिंग मिलना असंभव है, जिसके बिना कंपनी का परिचालन ठप हो सकता है। कंपनी ने चेतावनी दी है कि अगर यह स्थिति बनी रही, तो उसे नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) में दिवालिया कार्यवाही के लिए जाना पड़ सकता है। इससे न केवल इसके 20 करोड़ ग्राहकों को दूसरी कंपनियों की ओर जाना पड़ेगा, बल्कि 30,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर्मचारियों की नौकरियां और 6 मिलियन शेयरधारकों का निवेश खतरे में पड़ सकता है। कंपनी ने यह भी बताया कि सरकार की 49% हिस्सेदारी का मूल्य शून्य हो सकता है, जिससे 1.18 लाख करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम बकाया की वसूली असंभव हो जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट में तत्काल सुनवाई की मांग की है, जिसे 19 मई 2025 के लिए निर्धारित किया गया है। वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कंपनी की ओर से दलील दी कि AGR फैसले ने कंपनी की वित्तीय स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि कंपनी का अस्तित्व दूरसंचार क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के प्रभुत्व के बीच Vi और BSNL ही प्रमुख खिलाड़ी हैं।

पहले मिली राहत और चुनौतियां

vodafone idea: सरकार ने पहले 2021 के सुधार पैकेज और 2023 में 16,133 करोड़ रुपये के ब्याज बकाया को इक्विटी में बदलकर Vi को राहत दी थी। हाल ही में मार्च 2025 में 36,950 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी में बदलकर सरकार की हिस्सेदारी 48.99% हो गई। फिर भी, कंपनी का कहना है कि 26,000 करोड़ रुपये की इक्विटी और सरकारी हिस्सेदारी के बावजूद बैंक समर्थन नहीं मिला।

TAGGED:central governmentStock marketsupreme courtTop_NewsVI
Previous Article Bela Trivedi Farewell Controversy नहीं हुई बेला त्रिवेदी की विदाई, सीजेआई गवई और बीसीआई नाराज
Next Article भाजपा के पास, कांग्रेस से दूर हुए शशि थरूर
Lens poster

Popular Posts

क्या नहीं होता एयर इंडिया की फ्लाइट का मेंटनेंस? केंद्रीय मंत्री ने भी जताई थी नाराजगी

रायपुर। अहमदाबाद में एयर इंडिया (AIR INDIA) की फ्लाइट बुधवार को क्रैश हो गई। इसमें…

By Lens News

क्रांतिकारी डॉक्टर मारंग बाबा, जिसने हथकड़ी में किया फिरंगी दारोगा के बेटे का इलाज

:: डॉक्टर दिवस पर खास :: झारखंड के संथाल परगना के मारंग बाबा से चंपारण…

By विश्वजीत मुखर्जी

माओवादी संगठन को बड़ा झटका: स्टेट कमेटी के दो शीर्ष नेता समेत 8 का आत्मसमर्पण

तेलंगाना में माओवादी संगठन को एक और बड़ा झटका लगा है। स्टेट कमेटी में सक्रिय…

By बप्पी राय

You Might Also Like

Chhattisgarh Women's Commission Controversy
छत्तीसगढ़

महिला आयोग के तीन सदस्यों को लीगल नोटिस, ‘अनधिकृत अधिवक्ता’ शब्द ही है मानहानि

By पूनम ऋतु सेन
pakistani stock market crash:
दुनिया

22 अप्रैल के बाद से लगातार अस्थिर पाकिस्तानी शेयर बाजार, तनाव ने बढ़ाई निवेशकों की चिंता

By Amandeep Singh
Rahul Gandhi Birthday
देश

55 के राहुल, 21 साल की राजनीति

By आवेश तिवारी
छत्तीसगढ़

जगदलपुर में मुर्गा और बकरा लेकर SDM कार्यालय पहुंचे PCC चीफ बैज, बोले- जी सर, जी सर नहीं किया इसलिए FIR हुई

By नितिन मिश्रा

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?