[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को फांसी की सजा, मानवता के विरुद्ध अपराधों में दोषी करार
पीएम मोदी के  ‘मेक इन इंडिया’ का सुपर हीरो अवतार अडानी समूह !
कांगो की कोबाल्ट खदान में पुल गिरने से 50 से ज्यादा मौतें, बढ़ सकता है मौतों का आंकड़ा, देखें वीडियो
दिल्ली ब्लास्ट केस – NIA ने माना डॉक्टर उमर था सुसाइड बॉम्बर
सऊदी अरब में भयानक बस हादसा, 45 भारतीय यात्रियों की दर्दनाक मौत, उमरा के बाद मदीना लौट रहे थे यात्री
बिहार के नतीजे और आंकड़ों पर सवाल
किताब विमोचन:  ‘अनश्वर’ के पन्‍नों में उतरा दलाई लामा का जीवन
सुकमा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, 3 नक्सली ढेर, हथियारों का जखीरा बरामद
देर से स्‍कूल पहुंचने पर ऐसी सजा कि छात्रा की चली गई जान, मां ने लगाया आरोप
दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 30 रन से हराया, हार्मर रहे गेमचेंजर
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
अर्थ

वोडाफोन आइडिया ने सरकार से लगाई मदद की गुहार, FY26 के बाद बंद हो सकती है कंपनी

Amandeep Singh
Amandeep Singh
Published: May 17, 2025 2:51 PM
Last updated: May 17, 2025 2:54 PM
Share
vodfone idea closed soon
SHARE

द लेंस डेस्क। vodafone idea: कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vi) ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उसे तत्काल वित्तीय सहायता नहीं मिली, तो वह वित्त वर्ष 2026 (FY26) के बाद परिचालन जारी नहीं रख पाएगी। कंपनी ने दूरसंचार विभाग (DoT) को इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि समायोजित सकल राजस्व (AGR) बकाया और स्पेक्ट्रम देन दारियों के बोझ के कारण वह गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक नई याचिका दायर की है, जिसमें लगभग 30,000 करोड़ रुपये के AGR बकाया पर ब्याज और जुर्माने की माफी की मांग की गई है। इस खबर ने इसके 20 करोड़ से अधिक ग्राहकों और 6 मिलियन शेयरधारकों में चिंता पैदा कर दी है।

खबर में खास
वित्तीय संकट और सरकार से मांगकंपनी की दलीलसुप्रीम कोर्ट में सुनवाईपहले मिली राहत और चुनौतियां

वित्तीय संकट और सरकार से मांग

वोडाफोन आइडिया पर कुल 2.3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें 77,000 करोड़ रुपये AGR बकाया और 1.4 लाख करोड़ रुपये स्पेक्ट्रम देनदारी शामिल हैं। कंपनी ने सरकार से अनुरोध किया है कि 17,213 करोड़ रुपये तक की AGR देनदारी को अंतिम माना जाए और ब्याज व जुर्माने को पूरी तरह माफ किया जाए। इसके अलावा, कंपनी ने FY30 तक पांच साल की मोहलत और FY31 से FY41 तक 11 समान वार्षिक किश्तों में 714 करोड़ रुपये का भुगतान करने का प्रस्ताव दिया है। साथ ही, कंपनी ने स्पेक्ट्रम भुगतान के लिए एक साल की अतिरिक्त अवधि और FY28 से FY32 तक पांच साल की मोहलत की मांग की है।

कंपनी की दलील

वोडाफोन आइडिया का कहना है कि बिना सरकारी सहायता के बैंक फंडिंग मिलना असंभव है, जिसके बिना कंपनी का परिचालन ठप हो सकता है। कंपनी ने चेतावनी दी है कि अगर यह स्थिति बनी रही, तो उसे नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) में दिवालिया कार्यवाही के लिए जाना पड़ सकता है। इससे न केवल इसके 20 करोड़ ग्राहकों को दूसरी कंपनियों की ओर जाना पड़ेगा, बल्कि 30,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर्मचारियों की नौकरियां और 6 मिलियन शेयरधारकों का निवेश खतरे में पड़ सकता है। कंपनी ने यह भी बताया कि सरकार की 49% हिस्सेदारी का मूल्य शून्य हो सकता है, जिससे 1.18 लाख करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम बकाया की वसूली असंभव हो जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

वोडाफोन आइडिया ने सुप्रीम कोर्ट में तत्काल सुनवाई की मांग की है, जिसे 19 मई 2025 के लिए निर्धारित किया गया है। वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कंपनी की ओर से दलील दी कि AGR फैसले ने कंपनी की वित्तीय स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि कंपनी का अस्तित्व दूरसंचार क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि रिलायंस जियो और भारती एयरटेल के प्रभुत्व के बीच Vi और BSNL ही प्रमुख खिलाड़ी हैं।

पहले मिली राहत और चुनौतियां

vodafone idea: सरकार ने पहले 2021 के सुधार पैकेज और 2023 में 16,133 करोड़ रुपये के ब्याज बकाया को इक्विटी में बदलकर Vi को राहत दी थी। हाल ही में मार्च 2025 में 36,950 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी में बदलकर सरकार की हिस्सेदारी 48.99% हो गई। फिर भी, कंपनी का कहना है कि 26,000 करोड़ रुपये की इक्विटी और सरकारी हिस्सेदारी के बावजूद बैंक समर्थन नहीं मिला।

TAGGED:central governmentStock marketsupreme courtTop_NewsVI
Previous Article Bela Trivedi Farewell Controversy नहीं हुई बेला त्रिवेदी की विदाई, सीजेआई गवई और बीसीआई नाराज
Next Article भाजपा के पास, कांग्रेस से दूर हुए शशि थरूर
Lens poster

Popular Posts

तीन नए मंत्रियों के साथ छत्तीसगढ़ की टीम साय में 14 खिलाड़ी, विभाग भी बंट गए

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मंत्रीमंडल का बुधवार को विस्तार हो गया है। राजभवन में सुबह साढ़े 10…

By दानिश अनवर

भाषा विवाद को लेकर निवेशक केडिया के आफिस में तोड़फोड़

मुंबई। महाराष्‍ट्र में भाषा विवाद को लेकर शनिवार को निवेशक सुनील केडिया के ऑफिस में…

By Lens News Network

दंतेवाड़ा से कोरिया तक: ‘मन की बात’ में छत्तीसगढ़ में बदलाव की गूंज

। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' ( MAN KI…

By Lens News

You Might Also Like

CG Police
छत्तीसगढ़

बांग्लादेशियों पर कार्रवाई के लिए बनी SOP, फर्जी दस्तावेज नहीं तो जेल नहीं, जानकारी शेयर करने पर अफसर पर होगी कार्रवाई

By दानिश अनवर
Laila Fernandes:
देश

समाजवादी आंदोलन की एक प्रेरक शख्सियत को अलविदा, लैला फर्नांडिस का निधन

By Amandeep Singh
Journalist Rajeev Pratap Singh
देश

10 दिनों से लापता पत्रकार का शव बैराज में मिला, जांच के आदेश

By आवेश तिवारी
Podcast 19 April 2025
Podcast

The Lens Podcast 19 April 2025 | देश-दुनिया की बड़ी खबरें

By The Lens Desk

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?