द लेंस डेस्क। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार साहू आज सुबह 10:30 बजे अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत लौट आए हैं। बीएसएफ ने आधिकारिक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है। पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद 23 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में लिया था। 20 दिन की अनिश्चितता और कूटनीतिक प्रयासों के बाद जवान की वतन वापसी भारत के लिए राहत भरी खबर है।
पूर्णम कुमार साहू पत्नी रजनी ने मीडिया को बताया कि सुबह उन्हें फोन पर सूचना मिली कि उनके पति भारत पहुंच चुके हैं और स्वस्थ हैं। रजनी ने कहा, “मेरे पति ने मुझे वीडियो कॉल किया, वह पूरी तरह ठीक हैं। पूरे देश का समर्थन मिला, आप सभी की वजह से मेरे पति वापस आए। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में यह संभव हुआ।”
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस खबर पर खुशी जताई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमारे बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साव की रिहाई की खबर से मुझे बहुत खुशी हुई।”
क्या हुआ था?
पूरनम कुमार साहू, बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात फिरोजपुर सेक्टर में किसानों की सुरक्षा के लिए तैनात थे। 23 अप्रैल को वह किसानों के साथ खेतों में गश्त कर रहे थे जो सीमा के पास भारतीय क्षेत्र में स्थित हैं। बताया जाता है कि साहू छाया में आराम करने के लिए आगे बढ़े और अनजाने में सीमा पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए। इसके बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उस समय साहू वर्दी में थे और उनके पास सर्विस राइफल भी थी।
इस घटना ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और बढ़ा दिया, खासकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद।