लेंस नेशनल ब्यूरो। श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में (JK TERROR ATTACK) हुए दिल दहलाने वाले आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। अब तक 6 आतंकियों के घरों को ध्वस्त किया जा चुका है। इनमें लश्कर-ए-तयैबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकी शामिल हैं। पहलगाम हमले में 26 लोगों की नृशंस हत्या के बाद सुरक्षा बलों ने त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया और आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया है।

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आतंकियों के घरों पर बुलडोजर
सुरक्षा बलों ने शोपियां के चोटीपोरा में लश्कर के शीर्ष कमांडर शाहिद अहमद कुट्टे के घर को जमींदोज कर दिया। शाहिद पिछले 3-4 सालों से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था और कई राष्ट्रविरोधी घटनाओं में शामिल था। वहीं कुलगाम के क्विमोह में जाकिर अहमद गनई का घर भी ध्वस्त किया गया जो 2023 में लश्कर में शामिल हुआ था।

पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी एहसान उल हक के घर को भी सुरक्षा बलों ने मिट्टी में मिला दिया। एहसान ने 2018 में पाकिस्तान में आतंकी प्रशिक्षण लिया था और हाल ही में कश्मीर घाटी में दाखिल हुआ था। वह पहलगाम हमले का प्रमुख संदिग्ध है। इसके अलावा अनंतनाग के बिजबेहरा और त्राल में आसिफ शेख और आदिल ठोकेर के घरों को बम और बुलडोजर से नष्ट किया गया।
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संदिग्ध वस्तुओं ने बढ़ाया खतरा
दक्षिण कश्मीर के गुरी गांव में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को आतंकी आदिल के घर में संदिग्ध वस्तुएं मिलीं। खतरे को भांपते हुए बल पीछे हटे और कुछ ही देर बाद एक जोरदार विस्फोट ने घर को पूरी तरह तबाह कर दिया। यह घर पहलगाम हमले से जुड़ा था।

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पहलगाम हमला: 26 पर्यटकों की हत्या
मंगलवार को पहलगाम की बायसरन घाटी में आतंकियों ने सेना की वर्दी में आकर पर्यटकों पर हमला किया इस हमले में 26 लोग मारे गए जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं। 14 लोग घायल हुए हैं। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह फरवरी 2019 के पुलवामा हमले (जिसमें 47 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे) के बाद जम्मू-कश्मीर का सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
एलओसी पर पाकिस्तान की हरकत
पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार सुबह और शनिवार तड़के नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।