[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
287 ड्रोन मार गिराने का रूस का दावा, यूक्रेन कहा- हमने रक्षात्मक कार्रवाई की
छत्तीसगढ़ सरकार को हाई कोर्ट के नोटिस के बाद NEET PG मेडिकल काउंसलिंग स्थगित
विवेकानंद विद्यापीठ में मां सारदा देवी जयंती समारोह कल से
मुखर्जी संग जिन्ना की तस्‍वीर पोस्‍ट कर आजाद का BJP-RSS पर हमला
धान खरीदी में अव्यवस्था के खिलाफ बस्तर के आदिवासी किसान सड़क पर
विश्व असमानता रिपोर्ट 2026: भारत की राष्ट्रीय आय का 58% हिस्सा सबसे अमीर 10% लोगों के पास
लोकसभा में जोरदार हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, राहुल गांधी ने अमित शाह को दे दी चुनौती
जबलपुर पुलिस ने ‘मुस्कान’ अभियान के तहत 73 लापता बच्चों को बचाया, 53 नाबालिग लड़कियां शामिल
महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में ₹82 लाख के इनाम वाले 11 नक्सलियों ने किया सरेंडर
HPZ Token Crypto Investment Scam:  दो चीनी नागरिकों सहित 30 के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

‘एक्स’ को जिन पोस्‍ट को हटाने का नोटिस भेजा, उनमें 30 फीसदी मंत्रियों और सरकार से जुड़ी

अरुण पांडेय
अरुण पांडेय
Published: March 31, 2025 1:58 PM
Last updated: March 31, 2025 1:59 PM
Share
SHARE
  • इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटरने जारी किए थे नोटिस
  • पिछले एक वर्ष में सरकार ने 1.1 लाख से अधिक आपत्तिजनक सामग्री हटाने के दिए निर्देश

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा कर्नाटक हाईकोर्ट में प्रस्तुत दस्तावेजों से पता चला है कि गृह मंत्रालय के तहत संचालित इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ को भेजे गए कुल नोटिस में से 30 फीसदी केंद्रीय मंत्रियों और सरकारी एजेंसियों से जुड़े मामलों पर केंद्रित थे।

इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उनके पुत्र जय शाह, गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से संबंधित पोस्ट शामिल थे। पिछले एक वर्ष में सरकार ने 1.1 लाख से अधिक आपत्तिजनक सामग्री हटाने के निर्देश जारी किए, जिनमें डीपफेक, बाल यौन शोषण, वित्तीय धोखाधड़ी और “भ्रामक जानकारी” से जुड़े पोस्ट शामिल थे।

17 दिसंबर 2024 को राज्यसभा में ‘भारत के संविधान के 75 साल की शानदार यात्रा‘ पर 90 मिनट के जवाब में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर कहना फैशन बन गया है। अगर वे इतनी बार भगवान का नाम लेते तो स्वर्ग में जगह पा जाते।”

I4C की नोटिस के हवाले से द प्रिंट में 30 मार्च को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, 18 दिसंबर 2024 को I4C ने अमित शाह के भाषण से जुड़ी 81 पोस्ट को दो नोटिस में चिह्नित किया था। नोटिस में कहा गया कि ये पोस्ट “गलत” और “संदर्भ से हटकर” हैं।

नोटिस में कहा गया कि वायरल वीडियो में गृह मंत्री के भाषण का एक हिस्सा चुनिंदा तरीके से काटा गया है, जिससे उनके बयानों को गलत तरीके से पेश किया गया। ऐसा दिखाया गया कि उन्होंने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान किया। उनके बयानों के मूल संदर्भ को तोड़-मरोड़कर गलत जानकारी फैलाई गई।

अमित शाह के बेटे जय शाह के मामले में दो पोस्ट को चिह्नित किया गया, जिनमें “जय शाह को अपमानजनक तरीके से दिखाने वाली नकली तस्वीरें थीं, साथ में सनराइजर्स हैदराबाद आईपीएल टीम की मालिक काव्या मारन भी थीं।” दूसरी नोटिस में एक सोशल मीडिया अकाउंट को “जय शाह, आईसीसी अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री के बेटे को निशाना बनाकर नकली और एआई–जनरेटेड कंटेंट/बदले हुए मीडिया फैलाने” के लिए चिह्नित किया गया।

I4C नोटिस में कहा गया, “सोशल मीडिया पर ऐसी सामग्री का प्रसार कुछ लोगों द्वारा प्रचार के जरिए प्रमुख पदाधिकारियों और वीआईपी को बदनाम करने की कोशिश लगती है।”

पिछले साल 1 नवंबर को जारी एक नोटिस में कहा गया कि I4C को गृह मंत्री को निशाना बनाने वाली ट्विटर पोस्ट की शिकायत मिली थी, जिसमें दावा कि गया था कि इंटरपोल ने अमित शाह को वांछित सूची में डाला है।

नोटिस में कहा गया, “यह दावा पूरी तरह से आधारहीन और गलत है। इस गलत जानकारी को फैलाने वाले अकाउंट मुख्य रूप से पाकिस्तान से हैं, जो शाह और भारत की प्रतिष्ठा को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।”

पिछले साल 23 अक्टूबर को जारी एक और नोटिस में गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार के एक संपादित वीडियो का जिक्र था। I4C नोटिस में कहा गया कि वीडियो में अपमानजनक सामग्री जोड़ी गई थी और पोस्ट “श्री कुमार की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने” के लिए बनाई गई थीं।

TAGGED:Amit ShahBig_NewsKarnataka Highmodisocial media platform x
Previous Article 1 अप्रैल से होने जा रहे हैं बड़े बदलाव, जानिए आपकी जेब पर कितना पड़ेगा असर ?  
Next Article एम्पुरान फिल्म विवाद में मोहनलाल ने मांगी माफी, केरल सीएम ने कहा ‘कलाकारों के साथ उचित व्यवहार नहीं’
Lens poster

Popular Posts

पहलगाम पर पलटवार की तैयारी, तीनों सेनाओं के प्रमुखों से मिले मोदी

लेंस ब्यूरो, दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा…

By Lens News

उन बच्चों की मौत के गुनहगार कौन हैं?

राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव के एक सरकारी स्कूल की छत के ढह…

By Editorial Board

माउंट एवरेस्ट पर ‘बर्फीले तूफान’ से फंसे सैकड़ों ट्रेकर्स, रेस्क्यू टीम ने बचाई जानें

Mount Everest snowstorm: दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के तिब्बती हिस्से में शुक्रवार…

By पूनम ऋतु सेन

You Might Also Like

देश

RBI ने कहा – भारतीय कृषि को प्रभावित कर रहा मौसम, क्या उर्वरा शक्ति हो रही कमजोर?

By पूनम ऋतु सेन
अन्‍य राज्‍य

स्‍टालिन सरकार में मंत्री सेंथिल बालाजी पर ईडी का एक्‍शन, 10 ठिकानों पर छापेमारी, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई

By The Lens Desk
opposition walks out
देश

लोकसभा में जोरदार हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, राहुल गांधी ने अमित शाह को दे दी चुनौती

By Lens News Network
Omar Abdullah on Pahalgam terror attack
देश

भावुक हुए जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुला, कहा “मेरे पास माफी मांगने के लिए शब्द नहीं”

By The Lens Desk

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?