[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
मतुआ समुदाय ने बिहार में राहुल गांधी से मुलाकात की, नागरिकता की मांग पर कांग्रेस से समर्थन मांगा
दीपक बैज ने पोस्ट में लिखा “मंत्री केदार कश्यप अब हो चुकें हैं बेनकाब”
राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर बीजेपी का जमकर हंगामा
निर्वाचन आयोग 10 सितंबर को देश भर के कार्यकारी अधिकारियों की बैठक करेगा आयोजित
वोट चोर अभियान: पायलट रायगढ़ से शुरू करेंगे अभियान, पहले बिलासपुर में आमसभा
कर्नाटक में जालसाजी कर वोट हटाने की जांच ठप्प, आयोग ने नहीं दिया डाटा
NHM कर्मचारियों की हड़ताल से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति और मॉप-अप दिवस कार्यक्रम हुआ स्थगित
जीएसटी में बदलाव से ऑटो सेक्टर को मिलेगी नई रफ्तार, FY26 में टू-व्हीलर बिक्री 5-6% और कारों में 2-3% बढ़ोतरी की उम्मीद
वन मंत्री पर मारपीट का आरोप लगाने वाले खानसामे ने की पुलिस से शिकायत, केदार कश्यप बोले – कांग्रेस भ्रामक प्रचार कर रही
GST बदलाव के बाद टोयोटा की कारें हुईं सस्ती, Fortuner 3.49 लाख रुपये कम कीमत में
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
देश

जानिए, सुप्रीम कोर्ट ने क्‍यों खारिज की जस्टिस वर्मा के खिलाफ एफआईआर की याचिका

अरुण पांडेय
Last updated: April 16, 2025 7:52 pm
अरुण पांडेय
Share
SHARE
  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा, समय से पहले दायर कर दी गई याचिका  

सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश यशवंत वर्मा के खिलाफ सरकारी परिसर से कथित अवैध नकदी बरामदगी के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली रिट याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया गया।

याचिकाकर्ता अधिवक्ता मैथ्यूज जे नेदुम्परा ने इस याचिका को दायर की थी।याचिका में तीन न्यायाधीशों की एक आंतरिक जांच समिति की प्रक्रिया को भी चुनौती दी गई थी, जो भारत के मुख्य न्यायाधीश के निर्देश पर कार्य कर रही थी।

सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अभय ओका और न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां ने याचिका को ‘समय से पहले’ दायर बताया। पीठ का तर्क था कि आंतरिक जांच अभी चल रही है और इसके निष्कर्षों के बाद ही मुख्य न्यायाधीश उचित कदम उठा सकते हैं, जैसे कि प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश देना या मामले को संसद के समक्ष प्रस्तुत करना। न्यायमूर्ति ओका ने स्पष्ट किया कि इस चरण में कोर्ट का हस्तक्षेप उचित नहीं होगा और आंतरिक प्रक्रिया को पूरा होने देना चाहिए।

याचिकाकर्ता नेदुम्परा ने तर्क दिया कि इन-हाउस कमेटी कोई वैधानिक प्राधिकरण नहीं है और यह आपराधिक जांच का विकल्प नहीं हो सकती, जो पुलिस या विशेष एजेंसियों का काम है। उन्होंने आम जनता के सवालों का हवाला दिया, जैसे कि नकदी बरामदगी के दिन (14 मार्च) प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की गई, जब्ती का नक्शा क्यों नहीं बनाया गया और इस मामले को एक सप्ताह तक क्यों छिपाया गया।

पीठ ने इन तर्कों को स्वीकार नहीं किया और कहा कि जनता को सर्वोच्च न्यायालय की आंतरिक प्रक्रियाओं और उनके पीछे के कारणों के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता है।

पीठ ने याचिका को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि जांच पूरी होने के बाद मुख्य न्यायाधीश के पास सभी विकल्प खुले हैं और इस स्तर पर याचिका पर विचार करना या पिछले निर्णयों की समीक्षा करना आवश्यक नहीं है। यह निर्णय न्यायिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और स्वतंत्रता के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए सर्वोच्च न्यायालय की आंतरिक जांच प्रणाली पर उसके भरोसे को दर्शाता है।

TAGGED:Big_NewsFIRJustice Vermasupreme court
Previous Article क्या सरकार को नहीं रहा आपकी प्राइवेसी से मतलब ?, जानिए नए डिजिटल नियम में क्या कुछ बदलेगा  
Next Article सेहतमंद समाज में बोलने की आजादी का सम्मान होना चाहिए- सुको, कथित विवादित रील मामले में इमरान प्रतापगढ़ी को राहत

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

मणिपुर में तनाव बढ़ा, इंफाल में राष्ट्रपति शासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन,  7 लोग घायल

द लेंस डेस्क। manipur: इंफाल में 13 फरवरी 2025 से लागू राष्ट्रपति शासन के खिलाफ…

By The Lens Desk

छत्तीसगढ़ में पटरियों पर हुई झारखंड के मजदूरों की मौत का जिम्मेदार कौन?

लेंस ब्यूरो। रायपुर छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में स्थित दल्लीराजहरा ( Dalli Rajhara Accident )…

By Lens News

CBI को रावतपुरा सरकार समेत 29 आरोपियों की तलाश, मेडिकल कॉलेज मान्यता मामले में कोर्ट ने 6 आरोपियों को भेजा जेल

रायपुर।  रावतपुरा मेडिकल कॉलेज को मान्यता दिलाने के एवज में घूसखोरी के मामले में CBI…

By Lens News

You Might Also Like

Kiren Rijiju
देश

रिजिजू ने कहा: राहुल के दावे अतार्किक, गैर-जिम्मेदाराना

By आवेश तिवारी
supreme court of india
देश

सुप्रीम कोर्ट का फैसला : पश्चिम बंगाल में 25,000 शिक्षक बर्खास्त, 12 फीसदी ब्याज के साथ लौटाना होगा वेतन

By अरुण पांडेय
NEET UG 2025
देश

NEET UG 2025 : रिजल्ट, कट-ऑफ और आंसर की

By Lens News
Pakistans claim
देश

सीमा पर गोलाबारी के बीच पाकिस्तान द्वारा भारतीय ड्रोन गिराने का दावा

By Lens News Network
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?